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    लालबागचा राजा 2025 की पहली झलक हुई जारी, बैंगनी पितांबर और स्वर्ण सिंहासन पर विराजमान बप्पा ने भक्तों का मन मोह लिया

    मुंबई।  लालबागचा राजा का पहला स्वरूप सबसे सामने आ गया है। लालबागचा राजा सर्वजनम मंडल ने इस दर्शन का आयोजन किया है। भक्त राजा की शाही भव्यता से अभिभूत हैं। गणेशोत्सव के अगले 10 दिन उत्साह से भरे रहेंगे।
    मुंबई के लालबागचा राजा की पहली झलक

    मुंबई के लालबागचा राजा की पहली झलक
    लालबागचा राजा का पहला स्वरूप सबसे सामने आ गया है। लालबागचा राजा सर्वजनम मंडल ने इस दर्शन का आयोजन किया है। भक्त राजा की शाही भव्यता से अभिभूत हैं। गणेशोत्सव के अगले 10 दिन उत्साह से भरे रहेंगे।

    इस साल के स्वरूप की पहली झलक
    महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के सबसे लोकप्रिय और श्रद्धेय गणपति 'लालबागचा राजा' के इस साल के स्वरूप की पहली झलक रविवार को भक्तों के सामने प्रस्तुत की गई। जैसे ही बप्पा के दर्शन समारोह की शुरुआत हुई, भक्तों में उत्साह और भक्ति का माहौल देखते ही बन रहा था।

    गणपति बप्पा मोरया
    गणेश भक्तों ने जैसे ही इस रूप को देखा, पूरा पंडाल 'गणपति बप्पा मोरया' के जयकारों से गूंज उठा।

    इस बार के स्वरूप में क्या है खास?
    इस बार लालबागचा राजा का रूप अत्यंत मनमोहक और दिव्य नजर आ रहा है। बप्पा के हाथ में चक्र, सिर पर आकर्षक मुकुट और बैंगनी रंग की धोती ने इस साल की प्रतिमा को खास बना दिया है।

    कहां विराजमान हैं लालबाग के राजा?
    दरअसल लालबागचा राजा, गणेश चतुर्थी उत्सव के दौरान, महाराष्ट्र के मुंबई स्थित लालबाग में स्थापित सार्वजनिक गणेश प्रतिमा है।

    11 दिनों तक भक्तों को दर्शन
    यह प्रतिमा 11 दिनों तक भक्तों को दर्शन देती है। उसके बाद प्रतिमा अनंत चतुर्दशी के दिन गिरगांव चौपाटी पर अरब सागर में विसर्जित कर दी जाती है।

    92वें साल में गणेशोत्सव
    मुंबई के प्रसिद्ध लालबागचा राजा गणेश मंडल ने इस साल अपने 92वें वर्ष के गणेशोत्सव की भव्य शुरुआत कर दी है।

    थीम ने श्रद्धालुओं का मन मोह
    हर साल की तरह इस बार भी मंडल ने भक्तों को बाप्पा की पहली झलक देकर उत्सव का शुभारंभ किया। इस बार की थीम और व्यवस्था ने भी श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।

    तिरुपति बालाजी की थीम पर सजा मंडप
    मंडल अध्यक्ष बालासाहेब कांबले ने बताया कि इस साल मंडप को भगवान तिरुपति बालाजी की थीम पर सजाया गया है। मंडप का दृश्य किसी स्वर्ण महल जैसा प्रतीत होता है, जो विशेष रूप से डिजाइन किया गया है।

    सबसे पहले बाप्पा के दर्शन
    कांबले ने कहा कि यह लालबागचा राजा का 92वां वर्ष है। आज हमने पूरी दुनिया को सबसे पहले बाप्पा के दर्शन कराए हैं। इस बार की मूर्ति में भक्ति और आस्था का अनोखा भाव देखने को मिल रहा है, जो श्रद्धालुओं में विशेष ऊर्जा और श्रद्धा का संचार कर रहा है।

    बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़
    हर साल लाखों श्रद्धालु लालबागचा राजा के दर्शन के लिए मुंबई आते हैं। इस बार भी बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है, लेकिन मंडल ने भीड़ प्रबंधन और सेवा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।

    मुंबई में गणपति बप्पा का आगमन
    लालबागचा राजा सिर्फ एक गणेश प्रतिमा नहीं है, यह मुंबई की आस्था, विश्वास और परंपरा का प्रतीक बन चुका है। हर साल की तरह इस बार भी मंडप की सजावट, सुरक्षा व्यवस्था और दर्शन प्रक्रिया को बेहद व्यवस्थित है। अब गणेशोत्सव बस शुरू होने को है, लालबागचा राजा के पहले दर्शन ने मानो पूरे शहर में गणपति बप्पा का आगमन करा दिया है।

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