अलवर. अलवर वन मंडल के रिजर्व फोरेस्ट एरिया स्थित शुक्रवार रात 10 बजे अमृतवास में 11 केवी की विद्युत लाइन टूटकर गिरने से एक मादा पैंथर एवं उसके दो शावकों की अकाल मौत हो गई।
पैंथरों की मौत की सूचना पर शुक्रवार देर रात को वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मृत पैंथरों को अलवर वन मंडल के नयाबास कार्यालय लेकर आए। यहां मृत पैंथरों का पोस्टमार्टम करा प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसी क्षेत्र में करीब दो साल पहले भी एक मादा पैंथर व दो शावक की जहर से मौत हो चुकी है। इस वन क्षेत्र में वर्तमान में दो टाइगर का भी मूवमेंट है, इनमें बाघ एसटी—18 और 2303 शामिल है।
अलवर शहर के समीप स्थित वन विभाग की लवकुश वाटिका के पास अमृतवास गांव के जंगल में एक मादा व दो शावक पैंथरों की मौत की सूचना शुक्रवार रात को वन विभाग को दी गई। इस पर वन विभाग की टीम देर रात को मौके पर पहुंची और पैंथर व शावकों की मौत स्थल का मुआयना किया। वनकर्मियों को वहां 11 केवी की लाइन टूटी मिली, जिसका करंट लगने से मादा पैंथर एवं दो शावक पैंथर की मौत होना पाया गया। बाद में वनकर्मियों की टीम पैंथर व शावकों को लेकर अलवर स्थित नयाबास वन मंडल अलवर कार्यालय पहुंची। शनिवार को मृत पैंथरों व शावकों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
दो साल पहले भी मिले थे मादा पैंथर एवं दो शावकों के शव
रिजर्व फोरेस्ट एरिया अमृतवास गांव के जंगल में करीब दो साल पहले भी एक मादा पैंथर एवं दो शावकों के शव मिले थे। उस दौरान गाय का शिकार करने से नाराज ग्रामीणों ने गाय के शव पर जहर लगा दिया था, जिसके चलते एक पैंथर व दो शावकों की मौत हो गई थी। वनकर्मियों की टीम को पैंथर व शावकों की मौत का पता तब चला जब सरिस्का टाइगर रिजर्व में गुम हुए बाघ एसटी—13 की तलाश कर रहे थे। उस दौरान बाघ तो नहीं मिला, लेकिन पैंथरों के शव मिल गए।
रिजर्व फोरेस्ट एरिया में 15 से ज्यादा टांसफार्मर लगे हैं
वन क्षेत्र में बिजली कनेक्शन की अनुमति नहीं दी जा सकती है। इसके बाद भी वन विभाग का इन बिजली लाइन व टांसफार्मर की ओर ध्यान नहीं है। अमृतवास रक्षित वन क्षेत्र 11 केवी विद्युत लाइन व 15 से ज्यादा टांसफार्मर लगे हैं।
तीनों पैंथर बिजली लाइन के नीचे बैठे थे
वन मंडल अलवर के डीएफओ राजेन्द्र कुमार हुडडा का कहना है कि तीनों पैंथरों की मौत बिजली की लाइन टूटकर गिरने और करंट से हुई है। उनके शरीर पर भी करंट लगने के निशान है। तीनों पैंथर टूटी बिजली लाइन पर बैठे थे। बिजली की लाइन शिफट करा दी गई है। यह रक्षित वन क्षेत्र है और यहां टांसफार्मर बहुत पहले से लगे हैं। पूर्व में हुई घटना का मैटर अलग था, उसकी जांच कर कई आरोपियों की गिरफतारी हुई है। इस क्षेत्र में वृक्षारोपण हुए हैं और वनकर्मियों की टीम की निरंतर निगरानी की जा रही है। पैंथरों के ये शव दो से तीन दिन पुराने हैं और बिजली लाइन का करंट लगने से मौत हुई है। ये बिजली लाइन गांवों से गुजर रही है, इन लाइनों को शिफट कराने के लिए बिजली निगम को लिखा जाएगा।