नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ की घटना के पीड़ितों के हाल जानने के बाद दिल्ली वापस लौटते समय नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लोको पायलटों से की गई मुलाकात आरोप— प्रत्यारोपों के घेरे में आ गई है। भाजपा की ओर से इस मुलाकात को राहुल गांधी की पब्लिसिटी का फंडा बताया है, वहीं रेलवे ने राहुल गांधी से मुलाकात करने वाले लोको पायलटों को बाहरी करार दिया है।
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि मुलाकात के दौरान लोको पायलटों ने अपनी समस्याओं से राहुल गांधी को अवगत कराया। इस पर राहुल गांधी ने इन समस्याओं को सरकार के सामने उठाने का वादा भी किया।
रेलवे का दावा, मुलाकात करने वाले लोको पायलट बाहर के
इस सम्बन्ध में उत्तर रेलवे का कहना है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जिन लोको पायलट से मुलाकात की, वे उनकी क्रू लॉबी के नहीं थे। बल्कि वे बाहरी थे। रेलवे सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी के साथ 7-8 कैमरामैन भी थे। इस मामले में अब भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला है। भाजपा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने जिन कथित लोको पायलटों से मुलाकात की, वे लोको पायलट नहीं थे बल्कि प्रोफेशनल एक्टर थे, जिन्हें वे खुद ही लाए थे।
उत्तर रेलवे ने कहा- राहुल ने देखी क्रू लॉबी
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जिन क्रू मेंबर से चर्चा की, वे उनकी लॉबी से नहीं थे, ये क्रू मेम्बर बाहर के हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि दोपहर में राहुल गांधी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन आए। उन्होंने हमारी क्रू लॉबी देखी। उनके साथ 7-8 कैमरामैन थे। उन्होंने हमारी क्रू लॉबी का भी दौरा किया और ये जाना कि हम अपनी क्रू लॉबी कैसे बुक करते हैं। क्रू लॉबी से बाहर आने के बाद उन्होंने कुछ लोगों से चर्चा की। वहां करीब 7-8 क्रू सदस्य थे जो हमारी लॉबी से नहीं थे।