दिल्ली. मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2024 को लेकर आरोप— प्रत्योरोप का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब केन्द्र सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे को लेकर आरोपों का दौर शुरू हो गया है। अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2024 के मामले में केंद्र सरकार के हलफनामे को लाखों युवाओं के साथ सफ़ेद झूठ बताया है।
विवादों में घिरी नीट-यूजी 2024 परीक्षा को रद्द करने की बढ़ती मांग के बीच केंद्र और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने उच्चतम न्यायालय में कहा कि इसे रद्द करना जनहित में नहीं होगा। इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाले युवाओं के करियर पर इसका हानिकारक प्रभाव पड़ेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने क्या कहा
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा कि मोदी सरकार ने उच्चतम न्यायालय को नीट-यूजी में कोई पेपर लीक नहीं होने की जानकारी दी है। केन्द्र सरकार युवाओं से सफ़ेद झूठ बोल रही है। यह कहकर उनके भविष्य को बर्बाद किया जा रहा है। शिक्षा मंत्रालय की ओर से परीक्षा को लेकर यह कहना कि केवल कुछ ही जगहों पर अनियमितताएं हुई हैं, यह युवाओं को गुमराह करने वाली बात है। खरगे ने आरोप लगाया कि भाजपा एवं आरएसएस ने शिक्षा प्रणाली पर कब्जा कर शिक्षा माफ़िया को बढ़ावा दे रहे हैं।
23 लाख परीक्षार्थी हुए थे शामिल
एनटीए ओर से आयोजित नीट—यूजी 2024 परीक्षा में देश भर में करीब 23 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। यह परीक्षा सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आयोजित की गई। इस साल पांच मई को यह परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 571 शहरों के 4,750 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 23 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। प्रश्न पत्र लीक समेत अनियमितताओं के आरोपों के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए तथा विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को सदन से लेकर सड़क तक खूब उठाया।