जल संचयन, सफाई, वृक्षारोपण व पेयजल परीक्षण जैसे कार्यों में बढ़ी जन भागीदारी
अलवर।
जल संरक्षण को लेकर प्रदेश में चल रहे वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत शुक्रवार को अलवर जिलेभर में व्यापक स्तर पर जागरूकता एवं क्रियात्मक गतिविधियाँ आयोजित की गईं। यह जानकारी जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सालुखे गौरव रवीन्द्र ने दी।
उन्होंने बताया कि अभियान की श्रृंखला में जल उपभोक्ता समूहों और जनसामान्य की भागीदारी से वृक्षारोपण की पूर्व तैयारी की गई। साथ ही ‘कैच द रेन’ अभियान के तहत जल संचयन एवं जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
जल स्रोतों की सफाई और निरीक्षण कार्य
जल संसाधन विभाग द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में नहरों व खालों की सफाई की गई, जिसमें कृषकों और स्थानीय समुदाय का सक्रिय सहयोग रहा। इसके अतिरिक्त नए कार्यों का अवलोकन भी किया गया।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा पेयजल स्रोतों की सफाई, RTWHS (रूफ टॉप वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम) तकनीक की जानकारी आमजन को दी गई। वहीं शहर के विभिन्न वार्डों और कॉलोनियों से पेयजल के नमूने एकत्र कर परीक्षण किया गया। इसके साथ ही जिले की 46 पेयजल टंकियों की सफाई भी अभियान का हिस्सा रही।
भूजल विभाग द्वारा स्वीकृतियाँ और अवलोकन
अभियान के अंतर्गत भूजल विभाग द्वारा कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के तहत कार्यस्थलों का अवलोकन किया गया और नवीन कार्यों की स्वीकृति भी जारी की गई।
सीईओ श्री सालुखे ने बताया कि जल संरक्षण के प्रति जन चेतना को जागृत करने एवं स्थायी समाधान की दिशा में यह अभियान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और आने वाले समय में इसमें और अधिक जनभागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।