
वर्षों से बंद आम रास्ता खुलने पर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का जताया आभार
अलवर।राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे पं. दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा के तहत आयोजित शिविर अब आमजन के लिए वास्तविक सौगात बनते जा रहे हैं। इन शिविरों में न सिर्फ योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है, बल्कि वर्षों से लंबित समस्याओं का समाधान भी किया जा रहा है।
इसी क्रम में राजगढ़ तहसील की ग्राम पंचायत मोतीवाड़ा में आयोजित अंत्योदय शिविर में ग्राम मोतीवाड़ा निवासी श्रीमीना, चिरंजी लाल बैरवा, रामहेत बैरवा, रामदयाल बैरवा सहित अन्य ग्रामीणों के आपसी विवाद को सुलझाकर एक वर्षों से बंद आम रास्ता खुलवाया गया। यह रास्ता लंबे समय से बंद पड़ा था, जिससे ग्रामीणों को आने-जाने, बच्चों को स्कूल पहुँचाने और मवेशियों को ले जाने में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था।
ग्रामीणों ने बताया कि रास्ता आपसी विवाद के कारण वर्षों से अवरुद्ध था। अंत्योदय शिविर की सूचना मिलने पर ग्रामीणों ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया। तत्पश्चात राजस्व विभाग की टीम ने तत्काल संज्ञान लेते हुए मौके पर पहुंचकर आपसी सहमति और समझाइश के माध्यम से विवाद को सुलझाया और रास्ते को आमजन के लिए खोल दिया।
रास्ता खुलते ही ग्रामीणों के चेहरों पर राहत और खुशी की झलक देखने को मिली। ग्रामीणों ने इसे एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि यह शिविर केवल सरकारी औपचारिकता नहीं, बल्कि वास्तविक समाधान का माध्यम बनकर सामने आया है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा का विशेष आभार व्यक्त किया, जिनके नेतृत्व में प्रशासनिक तंत्र सक्रिय रूप से ग्रामीण जनजीवन को सरल और सुविधाजनक बनाने में जुटा है।
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि यदि इस प्रकार के शिविर निरंतर आयोजित होते रहें तो बहुत सी ऐसी स्थानीय समस्याएं, जो वर्षों से लंबित हैं, बिना किसी मुकदमेबाजी और विवाद के समाधान पा सकती हैं।
इस शिविर के माध्यम से यह संदेश स्पष्ट हुआ है कि सरकार की मंशा केवल योजनाओं की घोषणा तक सीमित नहीं है, बल्कि उसका लक्ष्य है प्रभावी क्रियान्वयन और सीधे लाभार्थी तक पहुंच सुनिश्चित करना।