क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत एवं सुरक्षात्मक उपायों को लेकर दिए निर्देश
अलवर। पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय शर्मा ने सोमवार को पीडब्ल्यूडी और यूआईटी अधिकारियों की टीम के साथ प्रतापबंध से बाला किला तक के मार्ग का निरीक्षण किया। हाल ही में क्षेत्र में हुई लैंड स्लाइडिंग से क्षतिग्रस्त हुई सड़क की स्थिति को देखते हुए मंत्री ने मौके पर पहुँचकर मरम्मत कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान श्री शर्मा ने पीडब्ल्यूडी द्वारा कराए जा रहे अस्थायी रिस्टोरेशन कार्य की गुणवत्ता को परखा और अधिशाषी अभियंता को निर्देश दिए कि सड़क मरम्मत कार्य में निर्माण मानकों का पूरी तरह पालन किया जाए। साथ ही उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि भविष्य में किसी प्रकार की दुर्घटना न हो, इसके लिए सभी सुरक्षात्मक उपायों को प्राथमिकता दी जाए।
वन राज्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सड़क की स्थायी मरम्मत हेतु प्रस्ताव को शीघ्र स्वीकृति के लिए विभाग को भेजा जाए और उसमें कोई देरी न हो। उन्होंने यूआईटी द्वारा 10 लाख रुपये की लागत से बनाए जा रहे बरसाती ड्रेनेज (वाटर-वे) के कार्य का भी निरीक्षण किया और ड्रेनेज की सफाई एवं मरम्मत कार्य में गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान श्री शर्मा ने यह भी कहा कि प्रतापबंध से बाला किला तक की सड़क पर पूर्व में बनाए गए 32 अंडरग्राउंड वाटर-वे की नियमित निगरानी और साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए ताकि बरसात के समय जलभराव या सड़क क्षति जैसी समस्याएं उत्पन्न न हों।
इस अवसर पर पीडब्ल्यूडी की अधिशाषी अभियंता श्रीमती अल्का व्यास, यूआईटी के अधिशाषी अभियंता कुमार संभव अवस्थी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक पं. जले सिंह, सतीश यादव, जीतेन्द्र राठौर, लोचन यादव, प्रकाश अडीचवाल, और अरुण जैन मौजूद रहे।
यह निरीक्षण न सिर्फ जनसुरक्षा की दिशा में एक कदम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि राज्य सरकार संवेदनशील स्थलों की मरम्मत और विकास को लेकर गंभीरता से प्रयासरत है।