सिलीसेढ़ झील आठ साल बाद छलकी, गांवों को किया अलर्ट, कई साल बाद अलवर जिले की बारिश औसत आंकड़े को किया पार 

अलवर. ( प्रेम पाठक ) जिले पर इस साल मानसून मेहरबान है और अब तक औसतन 685.64 मिमी बारिश हो चुकी है। अलवर ​जिले की औसतन बारिश 555 मिमी है। अच्छी बारिश के चलते करीब आठ साल बाद अलवर की ऐतिहासिक झील सिलीसेढ़ छलक गई। सिलीसेढ़ झील की भराव क्षमता 28 फीट 9 इंच है, जबकि मंगलवार दोपहर में झील पर चादर चलना शुरू हो गया। वहीं मानसरोवर बांध में चादर चल रही है।
इस बार अलवर ​जिले के सभी क्षेत्रों में औसत से ज्यादा बारिश हो चुकी है। वहीं सिंचाई विभाग के अलवर जिले में 21 बांधों में इस बार 11 बांधों में पानी की आवक हो चुकी है। खास बात यह कि करीब दो दशक बाद अलवर की लाइफ लाइन माने जाने जयसमंद बांध में पानी की आवक हुई, अभी इस बांध में 5 फीट 2 इंच पानी की आवक हुई है।

पानी से छलक रहे बांध 

बांध         पानी की आवक
मंगलासर     25 फीट एक इंच
मानसरोवर    21 फीट 7 इंच
जयसागर     22 फीट 9 इंच
जैतपुर       11 फीट 3 इंच
सिलीबेरी     4 फीट 5 इंच
तुसारी       01 फीट
समरसरोवर   06 फीट
बघेरी खुर्द    06 फीट एक इंच
बावरिया     04 फीट 3 इंच

सिलीसेढ़ झील हुई लबालब, आसपास के गांवों को किया अलर्ट

सिंचाई विभाग के एक्सईएन संजय खत्री ने बताया कि झील की भराव क्षमता 492 मिलियन क्यूबिक फीट है। साल 2016 में सिलीसेढ़ झील पर चादर चली थी। इससे पहले 2010, 2012, 2003, 1996 व 1998 में झील में चादर चल चुकी है। सिलीसेढ़ झील में 16 से 18 फीट पानी सदैव रहता है।

आसपास के गांवों में किया अलर्ट जारी

सिलीसेढ़ झील के पानी से फुल होने के कारण आसपास गांवों में अलर्ट किया गया है। झील के आसपास क्षेत्र में सिविल डिफेंस व पुलिस के लोगों को तैनात किया गया है। ग्रामीणों को पानी से दूर रहने की सलाह दी गई है।

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