अलवर की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था ‘सृजक’ द्वारा दीपावली अवसर पर ‘ज्योतिर्मय’ मासिक कवि गोष्ठी का आयोजन 12 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे एमएनसीआई कोचिंग सभागार में किया जाएगा। शहर के वरिष्ठ और युवा कवि अपनी रचनाएँ प्रस्तुत करेंगे।
मिशनसच न्यूज, अलवर।
दीपावली के अवसर पर अलवर की प्रतिष्ठित साहित्यिक-सामाजिक संस्था ‘सृजक’ द्वारा आयोजित ‘ज्योतिर्मय’ मासिक कवि गोष्ठी आगामी 12 अक्टूबर (रविवार) को दोपहर 3:00 बजे एम.एन.सी.आई. कोचिंग के सभागार में आयोजित की जाएगी।
संस्थान के सचिव रामचरण ‘राग’ ने जानकारी दी कि यह आयोजन हिन्दी पखवाड़े के अंतर्गत सितम्बर माह की मासिक गोष्ठी के रूप में किया जा रहा है। इसमें दीपावली पर्व और ज्योति उत्सव पर केन्द्रित गीत, ग़ज़ल और कविताओं का पाठ किया जाएगा।
अध्यक्षता और अतिथि कविगण
कवि गोष्ठी की अध्यक्षता सृजक संस्थान के अध्यक्ष सरदार अमरीक सिंह ‘अदब’ करेंगे।
मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ कवि रघुवर दयाल जैन तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ कवि डॉ. देवेंद्र शर्मा और गीतकार गिरवर सिंह बाँकावत उपस्थित रहेंगे।
वरिष्ठ और युवा कवियों की उपस्थिति
इस अवसर पर अलवर के अनेक वरिष्ठ एवं नवोदित कवि अपनी रचनाओं से दीपोत्सव की भावनाओं को स्वर देंगे।
गीतकार गोकुल राम शर्मा ‘दिवाकर’, डाॅ. वेद प्रकाश यादव, मनोज दीक्षित, जेपी भारद्वाज, महेश वेदामृत, एम.पी. सिंघल, रघुनंदन अवस्थी, सीमा कालरा और रवीन्द्र मिश्र सहित अनेक कविगण अपनी कविताओं का पाठ करेंगे।
साहित्य प्रेमियों की होगी उपस्थिति
संस्थान के सचिव रामचरण ‘राग’ ने बताया कि कार्यक्रम में शहर के साहित्य प्रेमी और गणमान्य नागरिक भरत सिंह अहरोदिया, राज नारायण सैन, मौ० रफीक, कुलदीप सिंह सहित अनेक लोग उपस्थित रहेंगे।
दीपावली पर केंद्रित रचनाएँ होंगी आकर्षण का केंद्र
‘ज्योतिर्मय’ गोष्ठी में अधिकांश कविगण दीपावली पर्व पर केंद्रित अपनी ताज़ा रचनाएँ—गीत, ग़ज़ल और कविताएँ प्रस्तुत करेंगे। आयोजन का उद्देश्य न केवल हिन्दी भाषा के प्रति सम्मान बढ़ाना है बल्कि समाज में सृजनशीलता और सांस्कृतिक जुड़ाव को भी प्रोत्साहित करना है।
सृजक संस्था के आयोजनों को अलवर में हिन्दी साहित्य के पुनर्जागरण के रूप में देखा जाता है। संस्था निरंतर हर माह कवि गोष्ठियाँ आयोजित कर नई पीढ़ी को रचनात्मक मंच प्रदान कर रही है।
गोष्ठी के अंत में संस्था की ओर से चयनित कवियों को सम्मानित भी किया जाएगा।
आमंत्रण सभी साहित्य प्रेमियों के लिए
रामचरण ‘राग’ ने अलवर और आसपास के सभी साहित्यप्रेमियों से इस गोष्ठी में उपस्थित होकर कवियों का उत्साहवर्धन करने की अपील की है।