पुलिस के ऑपरेशन साइबर संग्राम के तहत अलवर जिले में साइबर क्राइम का अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने पहली बार साइबर फ्रॉड में बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की सीधी संलिप्तता उजागर की है
मिशन सच न्यूज़, अलवर। पुलिस के ऑपरेशन साइबर संग्राम के तहत अलवर जिले में साइबर क्राइम का अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने पहली बार साइबर फ्रॉड में बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की सीधी संलिप्तता उजागर की है। इस गिरोह ने सैकड़ों म्यूल अकाउंट कमीशन पर बेचकर करीब 500 करोड़ रुपए की ठगी को अंजाम दिया। अब तक पुलिस कुल 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें 4 बैंक कर्मचारी और एक मास्टरमाइंड शामिल हैं।
कैसे खुला राज़?
अलवर के पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने जानकारी दी कि ऑपरेशन साइबर संग्राम के दौरान एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। यह गिरोह साइबर ठगों को करंट अकाउंट और कॉर्पोरेट अकाउंट उपलब्ध कराता था। इन खातों में भारी भरकम संदिग्ध लेन-देन होता था और उसके बदले बैंककर्मी कमीशन लेते थे। एसपी चौधरी ने बताया कि इन म्यूल अकाउंट्स से अब तक 500 करोड़ रुपए से ज्यादा का ट्रांजैक्शन सामने आया है। इस मामले में एनसीआरपी पोर्टल पर 4 हजार से अधिक शिकायतें दर्ज हैं।
गिरफ्त में आए आरोपी
पुलिस ने इस कार्रवाई में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें बैंक कर्मचारी, सेल्स मैनेजर और मास्टरमाइंड शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों में वरुण पटवा पुत्र अशोक कुमार पटवा निवासी उदयपुर हाल गुरुग्राम (मास्टरमाइंड), साहिल पुत्र रमेश कुमार निवासी जींद हाल सेल्स मैनेजर एक्सिस बैंक बूढ़ाखेड़ा हिसार, गुलशन पुत्र सतपाल निवासी जींद हाल सेल्स मैनेजर एक्सिस बैंक बूढ़ाखेड़ा हिसार, सतीश कुमार पुत्र रामकला निवासी हिसार, आसु शर्मा पुत्र सुरेश निवासी हिसार हाल मर्चेंट इन्क्वायरी बिजनेस एक्सिस बैंक बरवाला, आंचल पुत्री महावीर सिंह निवासी हिसार हाल सेल्स ऑफिसर एक्सिस बैंक बूढ़ाखेड़ा शामिल हैं। अब तक की जांच में पुलिस ने इनके करीब 10 बैंक खातों से 5 लाख रुपए फ्रीज किए हैं और 2.51 लाख रुपए नकद बरामद किए हैं।
पुलिस की सख्ती और अगली रणनीति
एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि ऑपरेशन साइबर संग्राम के तहत साइबर ठगों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। पुलिस ने अब तक करोड़ों रुपए की साइबर ठगी पकड़ते हुए बड़ी संख्या में अपराधियों को जेल भेजा है। उन्होंने कहा साइबर फ्रॉड की घटनाओं में अब केवल अपराधी ही नहीं बल्कि बैंक और इंश्योरेंस सेक्टर से जुड़े कर्मचारी भी शामिल पाए जा रहे हैं। ऐसे लोगों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस की कार्रवाई आगे और तेज होगी।”
आमजन के लिए चेतावनी
पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे अनजान कॉल्स, लॉटरी और गिफ्ट के नाम पर पैसे ट्रांसफर न करें। किसी को भी बैंक खाते, एटीएम या ओटीपी की जानकारी न दें। किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज की तुरंत पुलिस या साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत करें।