अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार की राष्ट्रीय जन जागरण ज्योति कलश यात्रा – अलवर जिले में संस्कृति की अलख
मिशनसच न्यूज, अलवर।
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा संचालित राष्ट्रीय जन जागरण ज्योति कलश यात्रा का जनजागरण अभियान अलवर जिले में निरंतर गति पकड़ता जा रहा है। आज यह यात्रा खेड़ा से शुरू होकर सारणवास और बीबी रानी होते हुए नांगल सालिया पहुंची। यात्रा के दौरान गली-मोहल्लों, स्कूल-कॉलेजों में संस्कृति और संस्कारों की अलख जगाई गई।
गांव-गांव में जागरण और दीप यज्ञ
यात्रा जब नांगल सालिया पहुंची तो यहां दीप यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों ने भाग लिया। सभी वर्गों के लोगों ने यात्रा के उद्देश्य की सराहना की और गायत्री परिवार के समाज उत्थान संदेश को अपनाने का संकल्प लिया।
श्रीराम शर्मा का साहित्य वितरण और संस्कारों पर व्याख्यान
यात्रा के दौरान गायत्री परिवार के परिवाचक जितेंद्र सिंह जादौन ने श्रीराम शर्मा आचार्य के साहित्य का वितरण किया। उन्होंने कहा –
“स्वाध्याय हमारे जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। युग ऋषि से हम आज प्रत्यक्ष नहीं मिल सकते, लेकिन उनके प्राण उनके साहित्य में समाहित हैं। जो कोई भी इन पुस्तकों को पढ़ता है, वह उनसे जुड़कर जीवन को नई दिशा दे सकता है।”
महिला महाविद्यालय में आयोजित विशेष व्याख्यान में उन्होंने 16 संस्कारों की जानकारी दी और विशेष रूप से गर्भाधान संस्कार के महत्व को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि यदि परिवार समाज के संस्कारों को सही दिशा में अपनाए तो आने वाली पीढ़ी श्रेष्ठ और संस्कारित बनेगी।
समाजसेवियों और प्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस मौके पर अमरनाथ यादव, अजय कुमार, सहीराम, प्रवीण कुमार, अनिल यादव, बलवंत यादव, सरपंच बलवीर सिंह यादव, कृष्ण कुमार यादव और सतीश कुमार सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
यात्रा के साथ चल रहे गायत्री परिवार के परिजनों में जिला संयोजक रामकिशन मीणा, मोतीलाल गुप्ता, सरपंच प्रकाश सांवरिया, हीरालाल यादव, विजय गिरी, प्रेम सांवरिया, विकास यादव, संजय खंडेलवाल, स्नेल लता यादव और प्रेम प्रकाश आदि शामिल रहे।
इन सभी ने अपने आचरण और सेवाभाव से समाज को सही दिशा का संदेश दिया।
कल का यात्रा कार्यक्रम
आयोजकों ने बताया कि कल यह यात्रा गुरु गज का बाघेरी खुर्द, बागरी कल, कुशालपुर, माचरौली होते हुए ककराली तक जाएगी। इन स्थानों पर भी दीप यज्ञ, साहित्य वितरण और संस्कार व्याख्यान आयोजित किए जाएंगे।
गायत्री परिवार की राष्ट्रीय जन जागरण ज्योति कलश यात्रा केवल धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि सामाजिक चेतना का प्रतीक बन चुकी है। यह यात्रा जहां-जहां पहुंच रही है, वहां लोगों में सकारात्मक ऊर्जा, संस्कार और नशामुक्त समाज का संदेश फैल रहा है। युवाओं और महिलाओं की बढ़ती भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि यह यात्रा अलवर जिले में एक सांस्कृतिक क्रांति का स्वरूप ले रही है।