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    टाइगर रिजर्व सरिस्का में लगे सर्विलांस कैमरे खराब, कैसे हो बाघों की मॉनिटरिंग

    अलवर. टाइगर रिजर्व सरिस्का में बाघों की सुरक्षा के लिए लगाए गए सर्विलांस कैमरों में ज्यादातर अभी खराब हैं। इस कारण वन्यजीवों की सुरक्षा अभी वनकर्मियों के भरोसे ही है। बाघों की बढ़ती संख्या के चलते सरिस्का में सर्विलांस कैमरों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है, लेकिन नए कैमरे लगना तो दूर, अभी 16 सर्विलांस टावरों पर लगे करीब 96 कैमरों में अधिकतर कार्यरूप में नहीं हैं। इससे सरिस्का प्रशासन की वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।

    सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघों की मॉनिटरिंग और जंगल में होने वाली अवैध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सर्विलांस कैमरे लगाए गए थे, लेकिन लंबे अरसे से ये  सर्विलांस कैमरे खराब हैं। इसके चलते बाघों की मॉनिटरिंग में परेशानी हो रही है। यही कारण है कि सरिस्का प्रशासन बाघों की मॉनिटरिंग के लिए वन कर्मियों की टीम को शिफ्ट वाइज तैनात कर रहा है। वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त होमगार्ड लगाए गए हैं। साथ ही सरिस्का में बसे गांवों के लोगों से बात कर उनसे जंगल व वन्यजीवों की सुरक्षा में सहयोग लिया जा रहा है। इससे सरिस्का प्रशासन पर सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त भार भी पड़ रहा है।
    सरिस्का में लगे है। 16 सर्विलांस टावर  
    वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार सरिस्का में लगे 16 सर्विलांस टावर पर 96 कैमरे लगे हैं। इनमें एक सर्विलांस टावर पर छह कैमरे लगे होते हैं, जो कि रात- दिन सरिस्का के जगल, बाघ व अन्य वन्यजीवों एवं स्वयं टावर की नजर रखते हैं। एक टावर पर ऑप्टीकल कैमरा, थर्मल कैमरा, पीटीजेड कैमरा, रोटेड कैमरा एवं दो बुलेट कैमरा लगे होते हैं। इनमें ऑप्टीकल कैमरा जंगल में दूर तक की गतिविधियों को ट्रैप करता है। थर्मल कैमरा रात के समय जंगल की गतिविधियों को ट्रैप कर सकता है। पीजीजेड कैमरा टावर की निगरानी करता है। वहीं रोटेड कैमरे से जंगल में चारों ओर बाघों की निगरानी रखी जाती है। इसी प्रकार टावर पर लगे दो बुलेट कैमरा भी ऊपर से नीचे की ओर निगरानी करते हैं।
    बाघों के बढ़ते कुनबे की निगरानी जरूरी
    सरिस्का में बाघों का कुनबा लगातार बढ़ रहा है। वर्तमान में सरिस्का में बाघों का कुनबा 48 तक पहुंच चुका है। बाघों व शावकों की दिन रात निगरानी के लिए सर्विलांस टावर पर लगे कैमरे जरूरी हैं। कारण है कि सरिस्का में वनकर्मियों की नफरी में लगातार कमी हो रही है। वहीं सुरक्षा की जरूरत बढ़ती जा रही है। ऐसे में सरकार का प्रयास तकनीक के सहारे बाघ एवं जंगल की दिन रात निगरानी करना है। इसमें सर्विलांस कैमरे उपयोगी साबित हो सकते हैं। बाघों के जंगल से बाहर निकलने, बाघों के मूवमेंट एवं नए शावकों का पता लगाने में सर्विलांस कैमरे उपयोगी होते हैं।
    सरिस्का प्रशासन लिख चुका पत्र
    सरिस्का के सीसीएफ संग्राम सिंह कटियार ने कहा कि पिछले 9— 10 महीनों से सर्विलांस कैमरे खराब हैं। इन कैमरों को ठीक कराने के​ लिए विभाग की ओर से राजस्थान सरकार और डीओआईटी विभाग से लगातार पत्राचार किया जा रहा है। डीओआईटी विभाग का कहना है कि सर्विलांस कैमरों को लेकर नई टेंडर प्र​क्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि सर्विलांस कैमरे खराब होने के चलते सरिस्का में सुरक्षा के लिए अतिरिक्त होमगार्ड लगाए गए हैं। वहीं उपलब्ध वनकर्मियों को अ​तिरिक्त डयूटी देने को कहा गया है, जिससे बाघों की मॉनिटरिंग बेहतर तरीके से की जा सके। इसके अलावा मानसून के दौरान जंगल में चराई की समस्या रहती है। इसके लिए सरिस्का प्रशासन गांवों के लोगों से बात कर भैंसों आदि की चराई रोकने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरिस्का में सर्विलांस कैमरे खराब होने के बावजूद वनकर्मियों की ओर से बेहतर सुरक्षा की जा रही है।

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