नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे क्योंकि यह नजीर बन जाएगी और भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार को ममता बनर्जी और एमके,स्टालिन सहित विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों को निशाना बनाने की खुली छूट मिल जाएगी। यह लोकतंत्र के लिए बहुत खतनाक होगा। केजरीवाल को अदालत ने शराब घोटाले से जुड़े धनशोधन के मामले में एक जून तक की अंतरिम जमानत दी है और दो जून को तिहाड़ जेल वापस जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने बुधवार को पीटीआई.भाषा को दिए साक्षात्कार में कहा कि वह जेल से ही दिल्ली के मुख्यमंत्री के कर्तव्यों का निर्वहन करने की अनुमति के लिए अदालत का रुख करेंगे। गौरतलब है कि आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को उनकी सरकार की आबकारी नीति से संबंधित धनशोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय;ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। भाजपा केजरीवाल से उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की मांग कर रही है। केजरीवाल और उनकी पार्टी भाजपा की सरकार पर उन्हें पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और अन्य नेताओं को फर्जी मामले में फंसाने का आरोप लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि आयकर आयुक्त के पद से इस्तीफा देने के बाद मैंने दिल्ली की मलिन बस्तियों में काम किया। मुख्यमंत्री बनने के बाद 49 दिनों में जब मैंने पद छोड़ा तब किसी ने इस्तीफे की मांग नहीं की थी। एक तरह से मैंने मुख्यमंत्री पद की कुर्सी ठुकरा दी थी जबकि कोई चपरासी की नौकरी भी नहीं छोड़ता है।
मुझे गिरफ्तार करने की साजिश रची गई
केजरीवाल ने कहा कि मैंने जानबूझकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया क्योंकि यह मेरे संघर्ष का हिस्सा है। केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी को 2015 के विधानसभा चुनाव में 67 और 2020 के चुनाव में 62 सीट मिली। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देखा कि दिल्ली के चुनाव में आप को हराया नहीं जा सकता तब उन्होंने मुझे गिरफ्तार करने की साजिश रची। मुख्यमंत्री ने कहा उन्होंने मुझे गिरफ्तार किया ताकि मैं इस्तीफा दे दूं और मेरी सरकार गिराई जा सके। लेकिन उनकी साजिश को सफल नहीं होने दूंगा। यह पूरा मामला ;आबकारी नीति से जुड़ाद्ध पूरी तरह से फर्जी है।
किसी अदालत ने दोषी नहीं ठहराया
केजरीवाल ने कहा कि उन्हें अब तक किसी अदालत ने दोषी नहीं ठहराया है और इसलिए वह विधायक का चुनाव लड़ सकते हैं और जेल में रहने के दौरान भी मंत्री या मुख्यमंत्री बन सकते हैं। केजरीवाल ने कहा हम अदालत का रुख करेंगे और अनुरोध करेंगे की आदेश में मुख्यमंत्री की जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए ;जेल में ही सुविधा दी जाए। भाजपा पर निशाना साधते हुए आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि शराब घोटाला मामले में वह ष्नौटंकी करने में संलिप्त है। उन्होंने कहा वे एक फर्जी मामला लेकर आए हैं जिसमें मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और वह खुद जेल गए और अब कह रहे हैं कि आप नेता आतिशी को भी जेल भेजा जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा कह रही है, 100 करोड़ रुपये का आबकारी घोटाला है, पिछले कुछ सप्ताह से वे कह रहे हैं कि यह 1100 करोड़ रुपये का घोटाला है। यह पैसा आखिर कहा चला गया, क्या चवन्नी भी बरामद हुई है, कोई आभूषण मिला है, कोई सबूत नहीं है। यह हमें गिरफ्तार करने के लिए बनाया गया फर्जी मामला है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय में उन्हें पद से हटाने के लिए याचिका दायर की गई लेकिन अदालतों ने कहा कि उनके पास मुख्यमंत्री को हटाने की शक्ति नहीं है। उच्चतम न्यायालय ने केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए 10 मई को एक जून तक की अंतरिम जमानत दी थी।