राजगढ़ (अलवर)।
राजगढ़ थाना क्षेत्र के कारोठ-ठेकड़ा मार्ग पर शुक्रवार रात को एक सनसनीखेज घटना में नकाबपोश बदमाशों ने एक व्यापारी का अपहरण कर लिया। व्यापारी को कार में पटक कर ले जाया गया और फिरौती की मांग की गई। लेकिन पुलिस की सक्रियता और नाकेबंदी के चलते बदमाश व्यापारी को हाईवे से दूर खेतों में छोड़कर फरार हो गए।
अपहरण के बाद हथियारों से धमकाया
पीड़ित व्यापारी नवीन कुमार सोखिया (उम्र 52), निवासी तबेला, कारोठ रोड, ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि वह रात करीब 9:30 बजे अपनी दुकान (कोठी नारायणपुर चौकी के पास) से लौट रहा था। इसी दौरान पीछे से आ रही एक कार ने उसकी मोपेड को टक्कर मारी। कार से चार नकाबपोश बदमाश निकले और चेहरा ढककर जबरन उसे गाड़ी में डाल लिया।
बदमाशों ने व्यापारी से ₹18,000 नकद, मोबाइल और सोने की अंगूठी लूट ली। इसके बाद उन्होंने ₹10 लाख की फिरौती की मांग की। व्यापारी द्वारा असमर्थता जताने पर उसे बंदूक दिखाकर जान से मारने की धमकी दी गई।
भाई से मंगाए ₹10,000, ग्रामीणों ने दी सूचना
बदमाशों ने व्यापारी को मजबूर किया कि वह अपने भाई को फोन कर ₹10,000 ट्रांसफर करवाए। इसी दौरान व्यापारी के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीणों ने परिजनों को सूचना दी।
कई थानों की संयुक्त कार्रवाई, नाकेबंदी से डरे बदमाश
सूचना मिलते ही राजगढ़ थाना प्रभारी राजेश मीणा, कोठी नारायणपुर चौकी पुलिस, तहसीलदार वी. पी. सिंह, रेणी थाना प्रभारी रामजीलाल मीणा तथा अन्य टीमों ने लोकेशन ट्रेस कर नाकेबंदी शुरू की।
दौसा के महुआ तक पुलिस सक्रिय रही, भरतपुर बॉर्डर तक पुलिस ने घेरेबंदी की।
पुलिस दबाव से घबरा कर बदमाशों ने व्यापारी को हाथ-पैर बांधकर खेत में छोड़ दिया।
खेत से निकलकर हाईवे पर पहुंचा व्यापारी
काफी देर बाद व्यापारी खुद ही हाथ खोलकर हाईवे पर आया, जहां उसे गश्ती पुलिस टीम मिली। पुलिस ने उसे कोठी नारायणपुर पुलिस चौकी पहुंचाया, जहां परिजनों और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
अपराधियों की तलाश जारी, साइबर टीम जांच में जुटी
राजगढ़ थाना प्रभारी राजेश मीणा ने बताया कि मामले में जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में साइबर टीम व अनुसंधान इकाई जुटी है। अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास तेज़ कर दिए गए हैं।