अलवर। शांतिकुंज हरिद्वार से प्रारंभ हुई राष्ट्रीय जन जागरण ज्योति कलश यात्रा मंगलवार को अलवर जिले के खैरथल-तिजारा क्षेत्र में पहुंची। यात्रा के स्वागत में महिलाओं ने सिर पर कलश उठाकर मंगल गीत गाए, वहीं पुरुषों ने दीपयज्ञ और दीपदान कर भावपूर्ण स्वागत किया।
यात्रा के दौरान गायत्री शक्तिपीठ किशनगढ़ बास में श्रद्धालुओं ने सनातन संस्कृति के मानवीय मूल्यों और संस्कारों में हो रही गिरावट पर मंथन किया। इस अवसर पर महिलाओं ने सामूहिक रूप से गायत्री माता की प्रार्थना कर विश्व शांति की कामना की।
शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे जितेंद्र सिंह जादौन ने संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति के परिमार्जन में गायत्री मंत्र का सबसे बड़ा योगदान है। उन्होंने मंत्र साधना के महत्व और जीवन में उसके आध्यात्मिक प्रभाव पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में रामकिशन मीणा, मोतीलाल गुप्ता, प्रकाशचंद्र सांवरिया, हीरालाल यादव, राजेंद्र यादव, लख्मीचंद, संजय खंडेलवाल, आशा गुप्ता, राजरानी गुप्ता, अनीता खंडेलवाल, स्नेहलता सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। अलवर से ज्ञानेंद्र शर्मा, दौलतराम शर्मा, आशा तिवारी तथा कोटपूतली से रघुवीर यादव, किशनलाल शर्मा, सुरेंद्र सिंह मीणा भी यात्रा में शामिल हुए।
यात्रा मंगलवार को किशनगढ़ बास में रुकी। कल यह यात्रा गंज, तहनोली, बागोर, इस्माइलपुर और धीरंदिया होते हुए बास कृपाल नगर में दीपयज्ञ के साथ संपन्न होगी।