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    Homeधर्म-समाजविजयदशमी पर होगा अपनाघर शालीमार स्थित संत भवन का भव्य उद्घाटन

    विजयदशमी पर होगा अपनाघर शालीमार स्थित संत भवन का भव्य उद्घाटन

    भगवान वासुपूज्य दिगंबर जैन मंदिर, अपनाघर शालीमार परिसर में नव निर्मित संत भवन का उद्घाटन आगामी 2 अक्टूबर, विजयदशमी के दिन किया जाएगा

    मिशन सच न्यूज़ अलवर।
    भगवान वासुपूज्य दिगंबर जैन मंदिर, अपनाघर शालीमार परिसर में नव निर्मित संत भवन का उद्घाटन आगामी 2 अक्टूबर, विजयदशमी के दिन बड़े धार्मिक उल्लास के साथ किया जाएगा। यह भवन परम पूज्य आचार्य वसुनंदीजी मुनिराज के मंगल आशीर्वाद से निर्मित हुआ है। समाज के गणमान्य बंधु इस अवसर को ऐतिहासिक बताते हुए इसे जैन समाज के लिए गर्व और प्रेरणा का क्षण मान रहे हैं।

    मिला नया संत भवन

    मंदिर कमेटी मंत्री मुकेश कुमार जैन ने बताया कि जैन समाज की लंबे समय से संत भवन की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। वर्षों की प्रतीक्षा के बाद अब यह भवन समाज को समर्पित होने जा रहा है। इसका निर्माण जैन समाज की एकता, श्रद्धा और सामूहिक सहयोग का परिणाम है।“आचार्य वसुनंदीजी मुनिराज के आशीर्वाद से यह संत भवन संभव हुआ है। समाज की सेवा और संतों की आराधना के लिए यह भवन एक मील का पत्थर सिद्ध होगा।” मुकेश कुमार जैन, मंत्री, दिग.जैन मंदिर शालीमार

    समाज के कई संगठनों का योगदान

    संत भवन निर्माण में विभिन्न जैन समाजों और मंदिर समितियों का सहयोग रहा।

    • श्री दिगंबर जैन अग्रवाल पंचायती मंदिर के अध्यक्ष मुकेश कुमार जैन,

    • श्री दिगंबर जैन खंडेलवाल पंचायत मंदिर के अध्यक्ष प्रवीण जैन,

    • श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन पंचायती मंदिर के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार जैन,

    • बड़तला समाज के अध्यक्ष एडवोकेट राजेंद्र कुमार जैन,

    • शालीमार जैन मंदिर के अध्यक्ष अजय कुमार जैन,

    • कोषाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार जैन

    सहित समाज के कई गणमान्य लोगों ने अपने-अपने स्तर से योगदान दिया। “यह भवन केवल इमारत नहीं बल्कि समाज की आस्था, संस्कार और परंपरा का प्रतीक है। आने वाली पीढ़ियां इससे प्रेरणा लेंगी।” अजय कुमार जैन, अध्यक्ष, शालीमार जैन मंदिर

    गुरुदेव का आशीर्वाद और तय कार्यक्रम

    गुरुदेव आचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज ने कार्यक्रम को स्वीकृति देते हुए आशीर्वाद प्रदान किया।

    कार्यक्रम की रूपरेखा –

    • 30 सितंबर, शाम 6 बजे – गुरुदेव का शालीमार में प्रवेश

    • 1 अक्टूबर – श्री शांतिनाथ महामंडल विधान एवं शाम को भक्ति संध्या

    • 2 अक्टूबर (विजयदशमी) – संत भवन का भव्य उद्घाटन

    • 3 अक्टूबर – आचार्य श्री वसुनंदी मुनिराज का अवतरण दिवस आयोजन

    इस दौरान समाजजन बड़ी संख्या में शामिल होंगे।

    संत भवन के निर्माण का महत्व

    संत भवन के निर्माण से न केवल धार्मिक आयोजन सुचारु रूप से होंगे, बल्कि समाज के लिए यह एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र भी बनेगा। भवन में संतों के प्रवास, प्रवचन और धार्मिक गतिविधियों की बेहतर व्यवस्था रहेगी।“संत भवन समाज की धार्मिक धरोहर है। यहां साधु-संतों का सानिध्य मिलेगा, जिससे हमारे जीवन में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होगा।” प्रवीण जैन, अध्यक्ष, दिग.जैन खंडेलवाल पंचायत मंदिर

    समाज में उत्साह और उल्लास

    अलवर जैन समाज में इस उद्घाटन को लेकर खासा उत्साह है। बड़ी संख्या में लोग तैयारियों में जुटे हैं।
    समाज के प्रमुख लोग जैसे कुलदीप जैन बड़जात्या, प्रवीण जैन तिजारा वाले, अशोक जैन वृत्ति, मयंक जैन, मनोज जैन, चंदन जैन (अध्यक्ष, संभवनाथ दिग.जैन मंदिर शिवाजी पार्क) सहित अनेक गणमान्य लगातार सक्रिय हैं।“यह उद्घाटन हमारे लिए त्यौहार से कम नहीं है। विजयदशमी जैसे शुभ अवसर पर संत भवन का लोकार्पण होना समाज के लिए विशेष सौभाग्य की बात है।” चंदन जैन, अध्यक्ष, संभवनाथ दिग.जैन मंदिर शिवाजी पार्क

    विजयदशमी पर ऐतिहासिक आयोजन

    2 अक्टूबर को देशभर में गांधी जयंती और विजयदशमी का पर्व मनाया जाएगा। ऐसे शुभ दिन पर संत भवन का उद्घाटन होना समाज के लिए शुभ संकेत माना जा रहा है। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बनेगा बल्कि समाज में एकता और सहयोग की भावना को और मजबूत करेगा। इस प्रकार आगामी विजयदशमी पर संत भवन का उद्घाटन जैन समाज के लिए एक ऐतिहासिक अवसर होगा। यह भवन आने वाली पीढ़ियों को न केवल धार्मिक प्रेरणा देगा बल्कि समाज की सांस्कृतिक धरोहर के रूप में भी अपनी पहचान बनाएगा।

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