सरिस्का टाइगर रिजर्व में गुरुवार को पर्यटन सीजन की शुरुआत हुई। तीन महीने की बरसात के बाद जब सफारी दोबारा शुरू हुई तो सुबह से ही पर्यटकों में खासा उत्साह दिखाई दिया
मिशनसच न्यूज, अलवर। सरिस्का टाइगर रिजर्व में गुरुवार को पर्यटन सीजन की भव्य शुरुआत हुई। तीन महीने की बरसात के बाद जब सफारी दोबारा शुरू हुई तो सुबह से ही पर्यटकों में खासा उत्साह दिखाई दिया। सरिस्का के अधिकारियों, कर्मचारियों और वन्यजीव प्रेमियों ने सुबह मुख्य गेट पर पहुंचे पर्यटकों का पारंपरिक तरीके से तिलक लगाकर और माला पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद जिप्सियों और कैंटरों में बैठकर पर्यटक जंगल की ओर रवाना हुए।
दरअसल, हर साल मानसून के दौरान 1 जुलाई से 30 सितंबर तक सरिस्का में पर्यटकों की आवाजाही पर पाबंदी रहती है। इस बार 1 अक्टूबर को छुट्टी होने के कारण पर्यटन सीजन की शुरुआत 2 अक्टूबर से की गई। पहले ही दिन सुबह की पारी में बाघिन एसटी—9 के दीदार से पर्यटक रोमांचित हो उठे। सुबह करीब 6 बजे शुरू हुई पहली सफारी के दौरान सभी जिप्सी और कैंटर पर्यटकों से पूरी तरह भरे रहे।
अधिकारियों ने किया स्वागत
सरिस्का के फील्ड डायरेक्टर और सीसीएफ संग्राम सिंह कटियार ने बताया कि मानसून के बाद जब रिजर्व के सभी रास्ते पर्यटकों के लिए खुलते हैं, तो सफारी का अनुभव बेहद खास होता है। इस बार सीजन की शुरुआत में ही बड़ी संख्या में देसी और विदेशी पर्यटक पहुंचे। सदर गेट और टहला गेट दोनों पर अधिकारियों ने तिलक व मालाओं के साथ पर्यटकों का स्वागत किया।
पर्यटकों का उत्साह चरम पर
पर्यटन सीजन के पहले ही दिन पर्यटकों की भीड़ देखने को मिली। देशभर से आए पर्यटकों के साथ कई विदेशी मेहमान भी सरिस्का पहुंचे। सुबह से ही सरिस्का के स्वागत कक्ष पर पर्यटकों की लंबी कतारें लगी रहीं। सभी अपने निर्धारित समय से पहले पहुंचकर सफारी के लिए तैयार दिखाई दिए।
बाघिन एसटी—9 की झलक
इस सीजन की सबसे बड़ी खासियत रही बाघिन एसटी—9 की पहली ही दिन हुई साइटिंग। जंगल में जब पर्यटकों ने बाघिन को नजदीक से देखा तो उनके चेहरे पर खुशी साफ झलकने लगी। सरिस्का के लिए यह शुभ संकेत माना जा रहा है कि पर्यटन की शुरुआत ही बाघ की साइटिंग से हुई। पिछली बार भी एसटी—9 और बाघ एसटी—21 ने पर्यटकों को खूब लुभाया था।
संख्या में इजाफे की उम्मीद
अधिकारियों का कहना है कि पिछले सीजन में बड़ी संख्या में पर्यटक सरिस्का पहुंचे थे और इस बार यह संख्या और बढ़ने की संभावना है। जंगल में बाघों और अन्य वन्यजीवों की बढ़ती गतिविधियां पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन रही हैं। पहले ही दिन सफारी में बाघ की साइटिंग होने से यह उम्मीद और भी प्रबल हो गई है कि आने वाले दिनों में पर्यटक यहां यादगार पल लेकर जाएंगे। सरिस्का की हरियाली, ठंडी हवाओं और वन्यजीवों का दीदार पर्यटकों को लुभाता रहा है। सीजन की शुरुआत में ही जिस तरह से बाघिन एसटी—9 ने पर्यटकों को दर्शन दिए हैं, उससे इस बार पर्यटन सीजन और भी रोमांचक और सफल होने की उम्मीद जताई जा रही है।