वृक्षारोपण का यह महाअभियान विश्वविद्यालय के मुख्यालय सहित उससे संबद्ध सभी इकाइयों — प्रशासनिक भवन, डॉ. बी.आर. चौधरी अनुसंधान केंद्र (मंडोर), डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, कृषि महाविद्यालय, प्रौद्योगिकी एवं कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय और अन्य जिलों में स्थित कृषि विज्ञान केंद्रों, अनुसंधान केंद्रों एवं उपकेंद्रों — में एक साथ आयोजित किया गया।
डेढ़ लाख पौधों का लक्ष्य, आज 4000 पौधे रोपे
कुलसचिव निशु कुमार अग्निहोत्री ने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय को 1.5 लाख पौधों के रोपण का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इसी क्रम में आज एक दिन में 4000 पौधों का रोपण विभिन्न इकाइयों पर किया गया। उन्होंने बताया कि यह अभियान सतत रूप से चलता रहेगा और प्रत्येक पौधे के संरक्षण की भी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
हर पौधे की जियो टैगिंग, ऐप पर रिकॉर्ड
अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. अशोक कुमार मीणा ने बताया कि सभी पौधों को जियो टैग किया गया है और उनकी जानकारी ‘हरियालो राजस्थान’ मोबाइल ऐप पर अपलोड की गई है। इससे पारदर्शिता बनी रहेगी और पौधों की निगरानी संभव हो सकेगी।
हरियाली बढ़ाने में विश्वविद्यालय निभाएगा अग्रणी भूमिका
कुलगुरु डॉ. अरुण कुमार ने इस अवसर पर कहा कि राजस्थान को हरियाली से आच्छादित करने की दिशा में सरकार का यह कदम अत्यंत प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय इस अभियान को मिशन मोड में लेकर चल रहा है और जन-जन को इससे जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न विभागों के निदेशक, फैकल्टी सदस्य, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेते हुए कार्यक्रम को सफल बनाया।