उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को अगले 24 घंटे के रोक दिया गया है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में भारिश बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसको देखते हुए प्रशासन सतर्कता बरत रहा है और फैसला लिया गया है कि यात्रा को 24 घंटे के लिए रोका जाएगा। वहीं, चार धाम मार्ग पर भी जगह-जगह पर लैंडस्लाइड की घटानाएं भी बढ़ी हैं। ऐसे में यात्रियों को सतर्क रहने और ध्यान से यात्रा करने की अपील की जा रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तराखंड के कई हिस्सों में अगले 24 से 48 घंटों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। इस कारण चारधाम यात्रा मार्गों पर खतरा बढ़ गया है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे प्रमुख तीर्थस्थलों की ओर जाने वाले रास्तों पर भूस्खलन और सड़क जाम की घटनाएं सामने आ रही हैं। प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया है।
उत्तरकाशी में बादल फटने से 9 मजदूर लापता
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद अंतर्गत तहसील बड़कोट के स्थान पालीगाड सिलाई बैण्ड के पास शनिवार देर रात अतिवृष्टि (बादल फटने) के कारण वहां रह रहे उन्नीस मजदूर फंस गए। जिनमें से दस को सुरक्षित निकाल लिया गया है जबकि अन्य आठ से नौ श्रमिक लापता हैं। जिनकी तलाश की जा रही है। जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार रात को लगभग 2:12 बजे इस घटना की सूचना मिलने पर तत्काल एसडीआरएफ, पुलिस तथा राजस्व विभाग की टीम को अवगत कराया गया। संयुक्त टीम मौके के लिए रवाना हुई।
मौके पर निरीक्षण के दौरान सूचना मिली है कि उस स्थान पर 19 मजदूर निवासरत थे। अतिवृष्टि से 8-9 मजदूर लापता बताये गये है । अन्य 10 मजदूरों को सुरक्षित स्थान पर लाया गया है। बचाव एवं तलाश अभियान जारी है। साथ ही यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग, सिलाई बैण्ड के पास दो-तीन स्थानों पर अवरुद्ध भी है। जिसके संबंध में राष्ट्रीय राजमार्ग, बडकोट को अवगत करा दिया गया है। जिनके द्वारा मार्ग सुचारू हेतु कार्य गतिमान है। साथ ही सिलाई बैण्ड के पास राष्ट्रीय राजमार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया है जिसे सुचारु किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त कुथनौर में भी अतिवृष्टि तथा बादल फटने के कारण स्थानीय ग्रामीणों की कृषि भूमि क्षतिग्रस्त होने की सूचना है। वर्तमान में कुथनौर मे स्थिति सामान्य है। किसी प्रकार की कोई जनहानि एवं पशु हानि नहीं हुई है।