शारीरिक शिक्षकों के उत्कृष्ट कार्यों पर हुई चर्चा, राष्ट्रीय खिलाड़ियों और सेवानिवृत्त साथियों का सम्मान
खैरथल-तिजारा में शारीरिक शिक्षकों की संगोष्ठी में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान, खेलवार्ता व सम्मान समारोह आयोजित, पूर्व विधायक रामहेत यादव रहे उपस्थित।
मिशनसच न्यूज, खैरथल-तिजारा ।
जिला खैरथल-तिजारा में शारीरिक शिक्षकों की दो दिवसीय वाकपीठ संगोष्ठी का आयोजन हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल शारीरिक शिक्षकों के प्रशिक्षण व सशक्तिकरण पर केंद्रित रहा, बल्कि समाज को एक नई प्रेरणा देने वाले आयोजन “एक पेड़ मां के नाम” जैसे पर्यावरणीय सरोकार भी इसमें शामिल रहे।
“एक पेड़ मां के नाम” कार्यक्रम में भावनात्मक जुड़ाव
19 जुलाई को प्रातः सत्र में आयोजित “एक पेड़ मां के नाम” कार्यक्रम का शुभारंभ ख्याति प्राप्त जनप्रतिनिधि एवं पूर्व विधायक श्रीमान रामहेत यादव के सानिध्य में किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सभी शिक्षकों ने अपनी मां के नाम पर पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
कार्यक्रम ने सभी शिक्षकों व प्रतिभागियों में एक भावनात्मक जुड़ाव और जिम्मेदारी की भावना जाग्रत की।
सम्मान समारोह में राष्ट्रीय खिलाड़ियों और शिक्षकों को मिली पहचान
शाम के सत्र में विभिन्न खेलों पर केंद्रित वार्ताएं आयोजित की गईं, जिसमें नवीनतम प्रशिक्षण तकनीक, खिलाड़ियों की फिटनेस, और राष्ट्रीय खेल नीति जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई।
इसी सत्र में राष्ट्रीय स्तर पर मेडल दिलाने वाले खिलाड़ियों के प्रशिक्षकों और सेवानिवृत्त शिक्षकों को विशेष सम्मान प्रदान किया गया।
समापन सत्र: प्रेरणास्पद वक्तव्य और सम्मान
संगोष्ठी के समापन समारोह में बीबीरानी के प्रधानाचार्य श्रीमान धनराज यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि पुर कोटकासिम के प्रधानाचार्य श्री मेहर चंद ने अध्यक्षता की।
दोनों वक्ताओं ने शारीरिक शिक्षकों के कार्य को अत्यंत सराहनीय बताया और उनके प्रयासों को विद्यार्थियों की समग्र शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण बताया।
डिप्टी डीईओ श्रीमान कृष्ण कुमार यादव ने आयोजकों और सभी भागीदारों का धन्यवाद व्यक्त किया और कहा कि ऐसे आयोजनों से ना केवल शिक्षक समुदाय का मनोबल बढ़ता है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को भी नई ऊर्जा मिलती है।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर सीबीईओ श्री चंद्रभान, व्याख्याता कमलेश कुमारी, शारीरिक शिक्षक राजवीर, सुरेंद्र, हरवीर सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे, जिन्होंने संगोष्ठी को सफल बनाने में सक्रिय योगदान दिया।