अलवर. राजस्थान में प्री-मानसून की बारिश शुरू हो चुकी है। उदयपुर, डूंगरपुर और बांसवाड़ा में दो दिन पहले अच्छी बारिश भी हुई। लेकिन, प्रदेश के लोगों काे इंतजार इस बात का है कि मानसून कब आएगा। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो इस बार दक्षिण-पश्चिमी मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अच्छी हैं और ये महाराष्ट्र से आगे गुजरात की सीमा में प्रवेश कर चुका है। राजस्थान की बात करें तो इस बार मानसून करीब तीन दिन पहले एंट्री करेगा। सामान्य तौर पर 25 जून तक मानसून प्रदेश में आता है। मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राजस्थान में जो मानसून आता है, वह बंगाल की खाड़ी यानी पूर्वी भारत से आने वाली हवाओं के साथ प्रवेश करता है। पिछले 12 दिनों से पूर्वोत्तर भारत में मानसून आगे नहीं बढ़ रहा है। अगले 2-3 दिन परिस्थिति मानसून के अनुकूल नहीं है। 15 जून के बाद से बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम बनने की संभावना है, जिससे मानसून की थमी रफ्तार को वापस गति मिल सकती है। राजस्थान में इस बार मानसून तय समय से 2 से 3 दिन पहले आ सकता है।
वेस्टर्न विंड ज्यादा प्रभावी, इसलिए रुकी मानसून की गति
निदेशक ने बताया कि छत्तीसगढ़, ओडिशा के आसपास एंटी साइक्लोन बनने और वेस्टर्न विंड ज्यादा प्रभावशाली होने के कारण बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाएं आगे नहीं बढ़ सकी। इस कारण मानसून की पूर्वी ब्रांच 31 मई से सिक्किम, असम के पास ही थमी है। 15 जून के बाद से हवा के पैटर्न में बदलाव होने की संभावना है। पश्चिमी हवाओं का प्रभाव कम होगा।
22 से 25 जून के बीच आ सकता है मानसून
मानसून की वर्तमान स्थिति देखें तो ये अभी गुजरात और छत्तीसगढ़ के दक्षिणी क्षेत्र में प्रवेश कर चुका है। इस एरिया में समय से 5 दिन पहले प्रवेश किया। महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल के अलावा पूर्वोत्तर के सात राज्यों में मानसून दस्तक दे चुका है। संभावना है कि राजस्थान में इस बार मानसून तय समय से 2 से 3 दिन पहले आ सकता है यानी 22 से 25 जून के बीच मानसून के आने की संभावना है।
पूर्वी राजस्थान में शुरू होगी प्री-मानसून बारिश
राजस्थान में मानसून के प्रवेश का सामान्य समय 25 जून निर्धारित है। ये उदयपुर, बांसवाड़ा के रास्ते आता है। साल 2023 में मानसून ने उदयपुर संभाग के साथ कोटा और भरतपुर संभाग से एक साथ एंट्री की थी। राजस्थान में वर्तमान में अभी दक्षिणी हिस्सों में प्री-मानसून की बारिश शुरू हो गई है। 19-20 जून से पूर्वी राजस्थान यानी भरतपुर संभाग के जिलों में भी प्री-मानसून की बारिश का दौर शुरू हो सकता है। वहीं इस बार भी मानसून दक्षिण-पूर्वी हिस्से यानी उदयपुर-बांसवाड़ा के साथ भरतपुर और कोटा संभाग से राजस्थान में आएगा।
11 साल में दो बार समय से पहले आया मानसून
पिछले 11 साल की रिपोर्ट देखें तो राजस्थान में 2 बार ऐसा रहा है, जब मानसून की एंट्री राज्य में समय से पहले हुई हो। साल 2013 में मानसून की एंट्री 13 जून को हुई थी, जो समय से करीब 10 से 13 दिन पहले रही। वहीं साल 2021 में भी मानसून की एंट्री 18 जून को हुई। चार सीजन ऐसे थे, जब मानसून की एंट्री जुलाई के महीने में हुई। ऐसे में मौसम विशेषज्ञों की ओर से ये अनुमान लगाया जा रहा है कि मानसून जल्दी एंट्री करेगा तो प्रदेश में भी सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है। राजस्थान में पिछले 10 साल के दौरान दो बार मानसून में सामान्य से कम बारिश हुई है। साल 2014 और 2018 में मानसून कमजोर रहा। साल 2019 में मानसून पिछले10 साल में सबसे अच्छा रहा, जब बारिश सामान्य से 47 फीसदी ज्यादा बारिश हुई थी।