नाथ संप्रदाय के संतों का जीवन और तपस्या जगत में विख्यात है : महंत बालक नाथ
मिशनसच न्यूज, तिजारा। तिजारा विधायक महंत बालक नाथ योगी ने कहा कि संत कभी अपने लिए तप नहीं करते, उनका पूरा जीवन सदैव समाज और जगत के कल्याण के लिए समर्पित रहता है। वे रविवार को तिजारा के सूरजमुखी धाम में आयोजित बाबा भर्तृहरि के प्रथम भंडारे में श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे।
भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी को आयोजित इस भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। महंत बालक नाथ योगी ने अपने उद्बोधन में कहा कि नाथ संप्रदाय के संतों का जीवन और तपस्या जगत में विख्यात है। उन्होंने समाज के कल्याण और धर्म संस्कृति के संरक्षण में सदैव अग्रणी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि देश में सर्वाधिक राजस्थान और विशेष रूप से अलवर नाथ संप्रदाय के संत योगेश्वरों की तपोस्थली रहा है।
महंत योगी ने कहा कि बाबा भर्तृहरि की तपोस्थली सूरजमुखी धाम की मान्यता अत्यधिक है। सनातन धर्म की परंपराओं और पौराणिक स्थलों के संरक्षण के लिए सभी को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि संत निस्वार्थ भाव से साधना करते हैं, वे कभी अपने लिए ईश्वर से प्रार्थना नहीं करते, बल्कि उनकी प्रार्थना और तप सदैव समाज व जगत के कल्याण के लिए होते हैं। “सच्चा साधु वही है जो अपने तप और पूजा को निस्वार्थ भाव से दूसरों को समर्पित कर दे,” उन्होंने कहा।
महंत बालक नाथ योगी ने कहा कि बाबा भर्तृहरि अलवर के घर-घर में पूजे जाते हैं और हर वर्ष सूरजमुखी धाम में भंडारे का आयोजन होना चाहिए, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु यहां पहुंचकर बाबा की सेवा में सहभागी बनें।
भंडारे के पश्चात महंत बालक नाथ योगी ने तिजारा स्थित अपने कार्यालय में जनसुनवाई की और आमजन की समस्याओं को सुनते हुए उनके शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।
मिशन सच से जुडने के लिए हमारे व्हाट्सप्प ग्रुप को फॉलो करे https://chat.whatsapp.com/JnnehbNWlHl550TmqTcvGI?mode=r_c
इसी तरह की स्टोरी के लिए देखें मिशन सच की अन्य रिपोर्ट https://missionsach.com/dr-dilip-sethi-alwar-pediatrician-biography.html