केरल में कोरोना के 2,223 एक्टिव केस, बुजुर्गों का रखें विशेष ध्यान: वीना जॉर्ज

देश में कोरोना के मामले फिर से सामने आने लगे हैं. इसमें केरल में संक्रमित लोगों की संख्या सबसे अधिक है. अपने यहां पर कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने आगाह किया है कि यह बीमारी बुजुर्गों और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों में अधिक गंभीर बनी हुई है, ऐसे में इन लोगों पर खास सावधानी बरतने जाने की जरूरत है.

वीना जॉर्ज ने आगे कहा कि केरल में ओमिक्रॉन जेएन.1 वेरिएंट एलएफ.7 और एक्सएफजी (Omicron JN.1 variant LF.7 and XFG) सबसे ज्यादा फैल रहा है. हालांकि ये वेरिएंट “इतने गंभीर गंभीर भी नहीं हैं,” लेकिन ये तेजी से बीमारी फैलाने में सक्षम है.

‘वेरिएंट गंभीर नहीं, बीमारी फैलाने में सक्षम’
मंत्री ने लोगों को सलाह देते हुए कहा, “सार्वजनिक जगहों और यात्रा के दौरान मास्क पहनना चाहिए. कोविड-19 वेरिएंट की पहचान करने के लिए जीनोमिक सीक्वेसिंग की जा रही है. दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में फैल रहे ओमिक्रॉन जेएन.1 वेरिएंट एलएफ.7 और एक्सएफजी केरल में सबसे आम वैरिएंट हैं. हालांकि ये वेरिएंट उतने गंभीर नहीं हैं, लेकिन इनमें बीमारी फैलाने की उच्च क्षमता है.”

इस समय केरल में कोरोना के 2,223 एक्टिव मामले हैं, जिनमें 96 लोगों का इलाज चल रहा है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “राज्य में अभी कोविड के 2,223 केस हैं. 96 लोगों का इलाज चल रहा है. इनमें से अधिकांश को अन्य तरह की बीमारियां भी हैं. केरल में सबसे अधिक केस एर्नाकुलम जिले में है जहां पर कोविड-19 के 431 मामले हैं. इसके बाद कोट्टायम में 426 मामले और तिरुवनंतपुरम में 365 मामले सामने आए.”

अनावश्यक निजी अस्पतालों में न भेजें मरीजः वीना
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वे सर्दी, गले में खराश, खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों वाले लोगों की तत्काल कोविड जांच करें. मंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. यह तब हुआ जब वीना जॉर्ज ने राज्य में स्थिति का आकलन करने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) की राज्य इकाई के साथ बैठक की.

साथ ही बैठक में संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि वे कोविड के कारण मरीजों को अनावश्यक रूप से निजी अस्पतालों में न भेजें. मंत्री ने लोगों से अनुरोध करते हुए कहा, “अस्पतालों में अनावश्यक रूप से जाने से बचना चाहिए. सर्दी, गले में खराश, खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों वाले लोगों को मास्क पहनना चाहिए. अस्पताल में आने के लिए मास्क अनिवार्य है. समय-समय पर हाथों को साबुन या सैनिटाइजर से साफ करना चाहिए.”

फिलहाल देश में कोरोना के मामले 7 हजार के करीब पहुंच चुके हैं. देश में कल मंगलवार तक कोविड-19 के 6,815 एक्टिव केस थे. भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के आंकड़ों के अनुसार, हाल ही में देश भर में कोविड-19 के नए वैरिएंट XFG के 163 मामले सामने आए हैं.

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