बब्बरी बाइपास पर दो ई-रिक्शा और कार की टक्कर में गर्भवती महिला की मौत हो गई, जबकि दो बच्चियों सहित छह लोग जख्मी हो गए। घायलों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया है।
सिविल अस्पताल में उपचाराधीन रणजीत सिंह निवासी सरना ने बताया कि उनकी पत्नी आशु (28) आठ माह की गर्भवती थी। उनकी रिश्तेदार सिविल अस्पताल में काम करती है, जिसके चलते वह उसका चेकअप कराने के लिए अस्पताल जा रहे थे।
बब्बरी बाइपास के पास पहुंचने पर पठानकोट की तरफ से आई कार ने उनके ई-रिक्शा को टक्कर मार दी। हादसे में उनकी पत्नी रिक्शा से बाहर जा गिरी, जिसके चलते कार का टायर उसके सिर के ऊपर से गुजर गया। उन्होंने बड़ी मुश्किल से उसे कार के नीचे से निकाला, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। हादसे में उसकी बच्चियां शीतल और मेहर भी जख्मी हो गईं।
वहीं, दूसरे ई-रिक्शा में सवार जसपाल सिंह निवासी घेसल ने बताया कि वह लाल मसीह निवासी हेमराजपुर के साथ बब्बरी बाइपास पर ई-रिक्शा सड़क के किनारे लगाकर खड़ा था। इस दौरान कार की टक्कर के कारण एक अन्य ई-रिक्शा उनके साथ आ टकराया। हादसे में वे दोनों जख्मी हो गए। इसके अलावा हादसे में दूसरे ई-रिक्शा का चालक शाम लाल निवासी कलानौर भी जख्मी हुआ है।
वहीं, रणजीत सिंह का रो-रोकर बुरा हाल है। उसने बताया कि उसकी पत्नी आठ माह की गर्भवती थी। वह इस बात को लेकर खुश था कि उसके घर नया मेहमान आने वाला है। इसीलिए वह पत्नी को चेकअप कराने के लिए अस्पताल ले जा रहा था। उसे क्या पता था कि किस्मत को कुछ और ही मंजूर है। उसकी दो बेटियों के सिर से मां का साया उठ गया है। उसे समझ नहीं आ रहा कि वह अब बच्चियों की परवरिश किसके सहारे करेगा। वहीं पुलिस ने मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।