जयपुर में राज्य वन्यजीव मंडल की 15वीं बैठक संपन्न, मुख्यमंत्री ने दिए संरक्षण को प्राथमिकता देने के निर्देश

Chief Minister Sharma clarified that the state government is giving top priority to wildlife conservation
Chief Minister Sharma clarified that the state government is giving top priority to wildlife conservation

जयपुर। मुख्यमंत्री निवास, जयपुर में  मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में राज्य वन्यजीव मंडल (State Wildlife Board) की 15वीं बैठक आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक में राज्य में वन्यजीवों की सुरक्षा, उनके प्राकृतिक आवासों के संरक्षण तथा संबंधित नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा की गई। मीटिंग में वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा सहित अनेक अधिकारी भी मौजूद थे।

बैठक में मुख्यमंत्री शर्मा ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार वन्यजीव संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वन्यजीवों के प्राकृतिक आवासों को संरक्षित रखने हेतु प्रभावी और सतत उपाय किए जाएं। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि नीतिगत फैसले इस प्रकार हों, जो पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में सहायक हों और विकास के साथ-साथ जैव विविधता की रक्षा भी सुनिश्चित हो।

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देशित किया कि संवेदनशील वन क्षेत्रों में मानवीय हस्तक्षेप को नियंत्रित किया जाए, तथा स्थानीय समुदायों को वन्यजीव संरक्षण से जोड़ा जाए। उन्होंने वन विभाग और संबंधित अधिकारियों को वन्यजीव सुरक्षा कानूनों के सख्त पालन के निर्देश भी दिए।

बैठक में राज्यहित से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं को स्टेट वाइल्डलाइफ बोर्ड से आवश्यक क्लीयरेंस भी प्रदान की गई। इन परियोजनाओं में बुनियादी ढांचे से जुड़ी कुछ योजनाएं भी शामिल थीं, जिनमें पर्यावरणीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए गए।

बैठक में वन्यजीव विशेषज्ञों, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों, पर्यावरणविदों और विभागीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया और अपने विचार रखे। सभी ने सहमति जताई कि प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण के बिना सतत विकास संभव नहीं है।

प्रमुख बिंदु:

  • वन्यजीवों की सुरक्षा और प्राकृतिक आवास संरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश।

  • राज्यहित की परियोजनाओं को स्टेट वाइल्डलाइफ क्लियरेंस प्रदान की गई।

  • पर्यावरणीय नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन पर बल।

  • स्थानीय समुदायों को संरक्षण प्रयासों से जोड़ने की आवश्यकता पर जोर।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here