अहमदाबाद: गुजरात हाईकोर्ट ने आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक चैतर वसावा को जमानत दे दी है। चैतर वसावा लंबे समय से वडोदरा की मध्यस्थ जेल में बंद थे। कोर्ट से बेल मिलने के बाद वसावा की आज शाम या फिर कल सुबह रिहाई हो जाएगी। इससे पहले कोर्ट से चैतर वसावा को मानसून सत्र में भाग लेने के लिए तीन दिन पैरोल मिली थी। चैतर वसावा नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा विधानसभा से विधायक हैं। चैतर वसावा को नर्मदा पुलिस ने पांच जलाई को अरेस्ट किया था। ऐसे में चैतर वसावा को करीब ढ़ाई महीने बाद जेल में रहने के बाद जमानत मिली है। हाईकोर्ट ने यह जमानत पुलिस द्वारा निचली कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद दी है। हाईकोर्ट ने चैतर वसावा को जमानत कुछ शर्तों के साथ दी है। इसमें प्रमुख शर्त है कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र में अगले एक साल तक नहीं जा सकेंगे। यह चैतर वसावा के लिए बड़ा झटका है।
वडोदरा सेंट्रल जेल में हैं चैतर वसावा
आम आदमी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता एडवोकेट शीतल उपाध्याय ने कहा कि कोर्ट का ऑर्डर पहुंचते हुए चैतर वसावा की रिहाई होने की उम्मीद है। उपाध्याय ने कहा कि कानूनी लड़ाई लंबी खिंची लेकिन हमें पूरी उम्मीद थी कि चैतर वसावा को बेल मिलेगी। गौरतलब हो कि चैतर वसावा गुजरात के आदिवासी वर्ग में बेहद लोकप्रिय नेता है। वह 2022 के चुनावों में बड़े अंतर से चुने गए थे, लेकिन उनका फायरब्रांड अंदाज उनको अभी तक कानूनी दांवपेच में उलझाता आया है। चैतर वसावा वडोदरा की सेंट्रल जेल में बंद हैं। चैतर वसावा को गुजरात हाईकोर्ट से नवरात्रि के पहले दिन जमानत दी।
जुलाई में हुई थी गिरफ्तारी
चैतर वसावा गुजरात विधानसभा में पार्टी विधायक दल के नेता भी हैं। प्रदेश प्रवक्ता शीतल उपाध्याय के अनुसार चैतर वसावा की पहले हाईकोर्ट में जमीन खारिज हो गई थी। दूसरी बार सुनवाई में उन्हें बेल मिली है। गौरतलब हो कि जुलाई में चैतर वसावा को नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा में एक तालुका पंचायत पदाधिकारी पर कथित हमले के बाद हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। तब आप ने झूठे तरीके से फंसाने का आरोप लगाया था।