दीनू गैंग के सदस्य अधिवक्ता अनूप को चौकी प्रभारी ने दबिश से पहले भगाया, वीडियो में सामने आई सच्चाई

 पांच साल पहले हुए बिकरू कांड से कमिश्नरेट पुलिस ने कोई सबक नहीं लिया है। दबिश की सूचना मिलने की वजह से ही गैंग्सटर विकास दुबे और उसके साथियों ने सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। इस बार केवल यह अंतर रहा कि सूचना पाकर आरोपित भाग निकला।

आरोप है कि अधिवक्ता दीनू उपाध्याय उर्फ धीरज के गैंग में शामिल अधिवक्ता अनूप शुक्ला को दबिश से पहले जागेश्वर मंदिर चौकी इंचार्ज आदित्य बाजपेई ने सूचना देकर भगा दिया। 12 जून को एसीपी कर्नलगंज के नेतृत्व में पुलिस ने दबिश दी थी लेकिन उससे पहले ही आरोपित भाग निकला था। रविवार को घटना का सीसी फुटेज सामने आया, जिसमें चौकी इंचार्ज बाइक से साथी पुलिसकर्मी के साथ आकर उसे भगा रहा है।

ये फुटेज इंटरनेट मीडिया पर प्रचलित होने के बाद पुलिस आयुक्त ने चौकी इंचार्ज के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है। देर रात एसीपी कर्नलगंज की रिपोर्ट के बाद दोनों की भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर डीसीपी सेंट्रल ने चौकी इंचार्ज और सिपाही दोनों को निलंबित कर दिया।

नवाबगंज निवासी अधिवक्ता दीनू उपाध्याय को पुलिस ने पिंटू सेंगर हत्याकांड में 10 मई को जेल भेजा था। दीनू की गिरफ्तारी के बाद जमीनों पर कब्जे और रंगदारी वसूलने का सिंडीकेट सामने आया। दीनू के साथ ही चकेरी, नवाबगंज, हरबंश मोहाल, सीसामऊ के चार मुकदमों में नवाबगंज निवासी अधिवक्ता अनूप शुक्ला का भी नाम सामने आया था। तब से अनूप फरार है।

12 जून को अनूप की गिरफ्तारी के लिए एसीपी कर्नलगंज अमित चौरसिया ने नवाबगंज और कोहना पुलिस के साथ मिलकर उसके घर दबिश दी, जिसमें वह नहीं मिला। अब दो मिनट 18 सेकंड का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रचलित हो रहा है, जिसमें नवाबगंज थाने के जागेश्वर मंदिर चौकी इंचार्ज आदित्य बाजपेई बाइक से सिपाही विजयराज के साथ अनूप शुक्ला के घर के पास खड़े दिखाई पड़ रहे हैं।

दावा है कि कि यह वीडियो 12 जून को दबिश से ठीक पहले का है। वीडियो में दिख रहा है कि दोनों पुलिसकर्मी इशारा करके अनूप शुक्ला को भाग जाने के लिए कह रहे हैं। एक व्यक्ति के साथ ट्राली बैग लेकर अनूप दोनों पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में भागता दिखाई पड़ रहा है। वहीं चौकी प्रभारी आदित्य भी हंसकर इशारे में कुछ कहते हुए सीसी फुटेज में कैद हुए। अनूप के भागने के 30 सेकंड बाद आदित्य एसीपी के साथ दोबारा वहां पहुंचकर दबिश देने पहुंचता है।

12 जून को हुई घटना का रविवार को सीसी फुटेज इंटरनेट मीडिया पर प्रचलित हो गया, जिसमें दारोगा की साजिश की बात सामने आने पर पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने विभागीय जांच का आदेश दिया है। इस संबंध में चौकी इंचार्ज आदित्य बाजपेई का कहना है कि इस बारे में मैं अभी कुछ नहीं कहूंगा। जांच अधिकारियों के सामने ही बयान दूंगा।

दीनू उपाध्याय गैंग के साथी अधिवक्ता अनूप शुक्ला को भगाने का सीसी फुटेज सामने आने के बाद दारोगा आदित्य बाजपेई के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है। एसीपी कर्नलगंज की जांच में दोनों की भूमिका संदिग्ध पाई गई जिसके बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया है। – श्रवण कुमार सिंह, डीसीपी सेंट्रल

जल्दी अंतिम संस्कार कर दो वरना फंस जाओगे लाकडाउन के दौरान दीनू उपाध्याय की भतीजी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उस समय भी दारोगा आदित्य बाजपेई जागेश्वर मंदिर चौकी इंचार्ज थे। उस वक्त भी आदित्य का एक आडियो प्रचलित हो गया था, जिसमें वह दीनू को फोन करके जल्दी से अंतिम संस्कार करने की बात कहते हुए चेतावनी दे रहा था कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह फंस जाएगा। तब भी मामले में जांच हुई थी, पर जुगाड़ करके आदित्य ने कुर्सी बचा ली थी। यहां से हटने के बाद उसने दोबारा से सेटिंग करके जागेश्वर चौकी हथिया ली थी। ऐसा माना जा रहा कि दारोगा दीनू गैंग के लिए ही काम कर रहा था।

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