सूरत: गुजरात के सूरत जिले के वेसु इलाके स्थित शेठ धनजीशा रुस्तमजी उमरीगर मेमोरियल स्कूल में दो छात्रों के बीच किसी बात को लेकर विवाद था। इस विवाद ने तब हिंसक रूप ले लिया, जब कक्षा 11 के छात्र ने अपने सीनियर पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। इस हमले के बाद पीड़ित छात्र के अभिभावकों ने अन्य माता-पिता के साथ स्कूल के बाहर धरना दिया और आरोपी छात्र को निष्कासित करने की मांग की। इस बढ़ते विवाद को बढ़ता देख स्कूल के प्रिंसिपल विकास पाठक ने दोनों छात्रों के माता-पिता को बुलाकर बैठक की।
दोस्ती में कैसे बदली दुश्मनी
बैठक में शिक्षा निरीक्षक हिमांशु बारोट भी मौजूद थे। इस बैठक के दौरान पता चला कि दोनों छात्रों के पिता लगभग 25 साल पहले बचपन के दोस्त थे, लेकिन समय के साथ संपर्क टूट गया था। पीड़ित छात्र के पिता ने बताया कि मैं चाहता था कि जिसने मेरे बेटे पर हमला किया, उसे स्कूल से निकाला जाए। लेकिन जब आरोपी छात्र के पिता से परिचय हुआ तो पता चला कि वह मेरा बचपन का मित्र है। इतने सालों बाद उनसे मिलना मेरे लिए भावुक पल था। हमने फैसला किया कि बच्चों के झगड़े को आगे नहीं बढ़ाएंगे। हालांकि दोनों परिवारों ने समझौता कर लिया, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी भागीरथ सिंह परमार ने कहा कि घटना को गंभीरता से लिया गया है और स्कूल प्रशासन को छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने साफ कहा कि ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जांच रिपोर्ट मांगी गई है।
कैसे शुरू हुआ था झगड़ा
सूत्रों के मुताबिक, झगड़ा तब शुरू हुआ जब कक्षा 12 के छात्र ने अपने जूनियर को स्कूल परिसर में अन्य छात्रों के सामने चिढ़ाया। इससे नाराज होकर जूनियर ने स्कूल के बाद ऑटो रिक्शा से उसका पीछा किया और रास्ते में रोककर बहस की। इसी दौरान उसने पास के निर्माण स्थल से लोहे की रॉड उठाई और अपने सीनियर पर हमला कर दिया। पीड़ित छात्र को बाद में उसके माता-पिता इलाज के लिए डॉक्टर के पास ले गए।