भोपाल : भारत में यूनिसेफ की प्रतिनिधि सिंथिया मैककेफ्री बुधवार को भोपाल के हमीदिया अस्पताल का विजिट किया। इस दौरान उन्होंने गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के इलाज से जुड़ी व्यवस्थाओं को बारीकी समझा। नियोनैटल केयर यूनिट में कंगारू चेयर पर माताओं को अपने नवजात शिशुओं को सीने से लगाए देख कर काफी प्रभावित हुईं।
प्राकृतिक और प्रभावी तरीका
इस दौरान हमीदिया के चिकित्सकों ने कंगारू चेयर के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने जानकारी दी कि केएमसी कम वजन वाले या समय से पहले जन्मे बच्चों की देखभाल का एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है। इसमें बच्चे को मां की छाती से सटाकर रखा जाता है, जिससे बच्चे को गर्माहट मिलती है और मां का दूध भी आसानी से उपलब्ध होता है। यह बच्चों की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है और इसके सफल परिणाम भी सामने आ रहे हैं। मैककेफ्री ने इसे एक अच्छा नवाचार बताया और कहा कि यूनिसेफ इसे अपने प्रोजेक्ट में जोड़ेगा, ताकि यह तकनीक दुनिया भर तक पहुंचाई जा सके।
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स्तनपान बच्चों के लिए सबसे बड़ा टीका
इस दौरान मैककेफ्री ने कहा कि स्तनपान से शिशुओं की इम्यूनिटी बढ़ती है, नवजात जितना ज्यादा स्तनपान करेंगे उनके लिए उतना ही अच्छा होगा। उन्होंने स्तनपान को नवजात बच्चों के अच्छी सेहत के लिए सबसे बड़ा टीका बताया। साथ ही, उन्होंने नवजात को अलग-अलग बीमारियों से बचाने के लिए समय-समय पर टीका लगवाने और रोगों से बचाने के लिए साफ-सफाई का अतिरिक्त ध्यान रखने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
बच्चों के अधिकारों और कल्याण को बढ़ावा देने का प्रयास
बता दें कि यूनिसेफ के भारत में प्रयासों का नेतृत्व सिंथिया मैककेफ्री ने अक्टूबर 2022 में भारत में यूनिसेफ प्रतिनिधि के रूप में पदभार संभाला था। उनके नेतृत्व में, यूनिसेफ भारत में बच्चों के अधिकारों और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। संगठन भारत सरकार और विभिन्न पार्टनर्स के साथ मिलकर बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करने के लिए नवाचार अपना रहा है। देशभर में यूनिसेफ के 16 ऑफिस हैं।