More
    Homeखेलबीसीसीआई में बड़ा बदलाव: राजीव शुक्ला बने कार्यवाहक अध्यक्ष

    बीसीसीआई में बड़ा बदलाव: राजीव शुक्ला बने कार्यवाहक अध्यक्ष

    नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में एशिया कप से पहले बड़ा फेरबदल देखने को मिला है। बताया जा रहा है कि रोजर बिन्नी ने 70 वर्ष के होने के कारण पद छोड़ दिया है जिसके बाद राजीव शुक्ला को बोर्ड का कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है। हालांकि, बीसीसीआई की ओर से अभी इस मामले पर आधिकारिक जानकारी नहीं आई है। भारतीय टीम अगले महीने यूएई में होने वाले एशिया कप में हिस्सा लेगी जिसके लिए कुछ दिन पहले 15 सदस्यीय टीम घोषित की गई थी। 

    बीसीसीआई चुनाव तक जिम्मेदारी संभालेंगे राजीव शुक्ला
    राजीव शुक्ला बीसीसीआई के उपाध्यक्ष भी हैं और वह अगले महीने होने वाले बीसीसीआई के चुनाव तक कार्यवाहक अध्यक्ष बने रहेंगे। बिन्नी ने 2022 में सौरव गांगुली की जगह बीसीसीआई अध्यक्ष पद संभाला था। गांगुली ने अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा किया था। तब बिन्नी शीर्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने वाले एकमात्र उम्मीदवार थे। इससे पहले खबरें आई थी कि बिन्नी सितंबर में होने वाली बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) तक पद पर बने रहेंगे, लेकिन उन्होंने इससे पहले ही पद छोड़ दिया। 

    अध्यक्ष के रूप में बिन्नी का कार्यकाल 
    बिन्नी 19 जुलाई को 70 वर्ष के हो गए थे और नियमानुसार बीसीसीआई अध्यक्ष की उम्र 70 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। बिन्नी के बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद भारत ने दो सीमित ओवर प्रारूप के आईसीसी टूर्नामेंट जीते। भारत ने आईसीसी टी20 विश्व कप 2024 और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 अपने नाम किया था। बिन्नी के अध्यक्ष रहते ऐतिहासिक महिला प्रीमियर लीग (WPL) की भी शुरुआत हुई। उनके अध्यक्ष रहते ही घरेलू क्रिकेट को बेहतर प्रोत्साहन मिला। खिलाड़ियों के वेतन में वृद्धि हुई और टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ियों को घरेलू टूर्नामेंटों में खिलवाने के लिए उचित और सख्त कदम उठाए गए।

    1983 विश्व कप विजेता टीम के मुख्य खिलाड़ी रहे ऑलराउंडर बिन्नी ने 27 टेस्ट मैचों और 72 वनडे मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने टेस्ट मैचों में 47 विकेट लिए और पांच अर्धशतकों की मदद से 830 रन बनाए। 72 वनडे मैचों में उन्होंने 77 विकेट लिए और एक अर्धशतक की मदद से 629 रन बनाए। भारत को पहला वनडे विश्व कप (1983) जिताने में उनका अहम योगदान था। 1983 विश्व कप में 18 विकेट लेकर वह भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे। बिन्नी इससे पहले बीसीसीआई चयन समिति के सदस्य के रूप में काम कर चुके हैं।

    latest articles

    explore more

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here