नई दिल्ली. भारत में डायबिटीज के मरीजों का आंकड़ा बहुत ज्यादा है। 2021 की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 10 करोड़ से ज्यादा डायबिटीज के मरीज हैं और 13 करोड़ से ज्यादा प्री-डायबिटिक लोग हैं। डायबिटीज का असर शरीर के अन्य हिस्सों के साथ-साथ आंखों पर भी पड़ सकता है। डॉक्टर द्वारा डायबिटीज के मरीजों को शुरुआती चरण में अपनी आंखों के इलाज की सलाह दी जाती है । इसके अलावा, डायबिटीज का पता चलने के बाद मरीज को साल में एक बार अपनी आंखों का चेकअप भी करवाना चाहिए। डायबिटीज पिछले कुछ समय से आम बीमारी हो गई है। छोटे बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्ग इसका शिकार हो रहे हैं। डायबिटीज से ग्रसित लोगों को स्वास्थ के साथ-साथ सबसे गहरा प्रभाव उनके आंखों पर पड़ता है। हाई ब्लड शुगर वाले लोगों की आंखें जल्दी कमजोर हो जाती और उन्हें रंगों में अंतर पहचानने से लेकर कई अलग-अलग समस्याओं का सामना करना पड़ता है। डायबिटीज से ग्रसित लोगों को आंखों के स्वस्थ्य को बेहद खतरा रहता है और यह आपके आंखों की रेटिना को नुक्सान पंहुचा सकता है। तो आइए जानते हैं कि डायबिटीज की वजह से लोगों के आंखों पर क्या असर पड़ता है और इससे बचने के लिए क्या उपाय करना जरुरी है।
डायबिटीज से आंखों पर होता है असर
हाई ब्लड शुगर वाले लोगों को ब्लड सर्कुलेशन में तेजी बदलाव आने के कारण आंख के लेंस का आकर प्रभावित हो जाता है। जिसकी वजह से उनकी देखने की क्षमता कम हो जाती है। डायबिटीज के कारण रेटिना में ब्लड वेसिल्स बदल सकते हैं, जिससे आंखों में सूजन और आपकी नजर धुंधली हो सकती है। इतना ही नहीं, अगर आप डायबिटीज की बीमारी से गुजरने वाले लोगों को आंखों में डायबिटिक रेटिनोपैथी, डायबिटिक मैकुलर एडिमा, मोतियाबिंद और ग्लूकोमा जैसे समस्याओं से गुजरना पड़ता है। डायबिटीज से होने वाली आंखों की इन प्रॉब्लम की वजह से कई बार आपको खराब दृष्टि और नहीं देख पाने जैसे परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अगर आपको डायबिटीज की वजह से देखने में परेशानी हो रही है तो इस तरीके अपना ख्याल रखें।
ब्लड शुगर लेवल को काबू में रखें
जब आपका ब्लड शुगर लेवल हाई होगा तो आपकी आंखों के लेंस शेप में बदलाव होने की वजह से आपको धुंधला नजर आने लगेगा। वहीं, हाई ब्लड शुगर लेवल की वजह से आपके आंखों के ब्लड सेल्स पर बुरा असर पड़ता है। इसीलिए समय-समय पर ब्लड शुगर लेवल जरुर चेक करवाएं।