नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने करुण नायर के साथ अपने रिश्ते बिगड़ने की असली वजह का खुलासा किया है। उथप्पा ने कहा कि कर्नाटक टीम के एक साथी खिलाड़ी ने उनका एक इंटरव्यू करुण नायर के सामने तोड़-मरोड़कर पेश किया, जिससे दोनों के बीच दूरी आ गई।
टेस्ट टीम में जगह न मिलने से थे निराश
उथप्पा ने 'फर्स्ट अंपायर' पॉडकास्ट पर बातचीत में बताया कि उस समय वे भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन लगातार अच्छे प्रदर्शन के बावजूद चयन नहीं हो रहा था। उन्होंने कहा, 'उस समय मैं टेस्ट टीम में आने की कोशिश कर रहा था। लगातार अच्छे प्रदर्शन के बावजूद मुझे मौका नहीं मिल रहा था। शायद मेरी निराशा उस इंटरव्यू में बाहर आ गई। मैंने कहा था कि टेस्ट कैप्स बहुत आसानी से दे दी जा रही हैं, लोगों को उन्हें अर्जित करना चाहिए, यूं ही नहीं मिलनी चाहिए।'
करुण नायर से बिगड़े रिश्ते
उथप्पा ने आगे कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से करुण नायर तक पहुंचाया गया। उन्होंने कहा, 'हमारी टीम के किसी खिलाड़ी ने इंटरव्यू का वह हिस्सा लेकर करुण नायर को कह दिया कि मैंने यह उनके बारे में कहा है। करुण, जो मेरे लिए छोटे भाई जैसे थे, उन्होंने मुझसे पूछने की बजाय उसकी बात पर विश्वास कर लिया। चूंकि वे उस समय टेस्ट कैप के करीब थे, उन्होंने मुझसे दूरी बना ली।' उथप्पा ने बताया कि इंटरव्यू मुंबई में छपा था और वहां की मीडिया ने भी इसे इस तरह पेश किया जैसे यह करुण नायर पर सीधा निशाना था। इससे टीम में अंदरूनी कलह शुरू हो गई।
उथप्पा ने कहा कि इसके बाद उन्हें टीम में ऐसे पेश किया जाने लगा जैसे वे टीम को तोड़ने की कोशिश कर रहे हों। उन्होंने बताया, 'मैंने टीम से कहा था कि अगर किसी को लगता है कि मैं टीम को तोड़ रहा हूं तो सामने आकर कह दे, मैं तुरंत टीम छोड़ दूंगा। किसी ने हाथ नहीं उठाया, लेकिन मुझे समझ आ गया कि यह एक संगठित हमला है क्योंकि मैं खिलाड़ियों की आवाज बन चुका था।'
प्रदर्शन पर भी पड़ा असर
उथप्पा ने बताया कि इस घटना के बाद उन्होंने पूरी कोशिश की, लेकिन वह भावनात्मक रूप से टूट चुके थे। उन्होंने बताया, 'उसके बाद मैंने दिल से सब कुछ करने की कोशिश की, लेकिन वह प्रदर्शन नहीं आ सका। प्रदर्शन में गिरावट आई, क्योंकि मेरा भावनात्मक रूप से मैं हिल गया था।'
कर्नाटक छोड़कर सौराष्ट्र और केरल के लिए खेले
उथप्पा ने अपने करियर में 142 प्रथम श्रेणी मैच खेले जिनमें से 99 कर्नाटक के लिए थे। 2017 में उन्होंने कर्नाटक टीम छोड़ दी और बाद में सौराष्ट्र और केरल के लिए खेला। 2016 के नवंबर में ही करुण ने भारत के लिए टेस्ट डेब्यू किया था। हालांकि, 2017 के मार्च के बाद वह आठ साल तक भारतीय टीम से दूर रहे। 2025 में उनकी फिर से टेस्ट टीम में वापसी हुई।