बागपत: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के छपरौली इलाके के गांव में एकतरफा प्यार और शारीरिक संबंध बनाने का विरोध करने पर रिश्ते के चचेरे भाई ने बुधवार दोपहर को 15 वर्षीय किशोरी की सिर में गैस सिलिंडर मारकर और फावड़े से कई वार करके हत्या कर दी। उसका शव कमरे में गड्ढा खोदकर चारपाई के नीचे दबा दिया।
किशोरी की मां ने बताया कि उसके पति की चार माह पहले बीमारी से मौत हो गई थी। तभी से वह अपनी एक बेटी और तीन छोटे बेटों के साथ घर में रह रही है। बुधवार को वह खेत में चारा लेने और तीनों बेटे स्कूल गए थे। वह खेत से लौटी तो बेटी नजर नहीं आई। उसे तलाशती हुई वह खाली कमरे में गई तो वहां चारपाई के नीचे करीब एक फुट गहरे गड्ढे में बेटी का शव मिला।
महिला की सूचना पर पहुंची पुलिस को मृतका के सिर और पैरों में फावड़े के करीब आठ वार मिले। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने खून से सने कपड़ों में जंगल की तरफ भाग रहे किशोर को पकड़कर पूछताछ की, जो मृतका का रिश्ते का चचेरा भाई है।
किशोरी से प्यार करता था आरोपी
एएसपी एनपी सिंह के अनुसार, किशोर ने बताया कि वह किशोरी से प्यार करता था। बुधवार दोपहर वह किशोरी के घर पहुंचा और उससे शारीरिक संबंध बनाने की बात कही। किशोरी ने विरोध करते हुए परिवार वालों से शिकायत करने की धमकी दी।
गैस सिलिंडर सिर में मारा और फिर फावड़े से किए वार
इससे नाराज होकर उसने पहले गैस सिलिंडर सिर में मारा और फिर फावड़े से वार करके किशोरी की हत्या कर दी। शव को कमरे में दबा दिया। पुलिस ने आरोपी 17 वर्षीय किशोर को गिरफ्तार कर गैस सिलिंडर और फावड़ा बरामद किया है।
किशोरी चचेरा भाई मानकर बात करती थी, आरोपी मान बैठा प्यार
हत्या का आरोपी किशोर से मृतक किशोरी अपना चचेरा भाई मानकर बात करती थी, मगर आरोपी उसको प्यार मानने लगा। किशोरी को खुद भी नहीं पता था कि वह उसे प्यार करने लगा। उसे कुछ दिन पहले ही इस बारे में पता चला तो उसने उसे समझाने का प्रयास किया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने खुद यह बताया।
किशोरी के साथ काफी समय से शारीरिक संबंध बनाना चाहता था आरोपी
उसकी बुधवार की हरकत की शिकायत परिवार वालों से करने की धमकी देने पर उसे गुस्सा आ गया और उसने हत्या कर दी। गिरफ्तार किए गए हत्यारोपी किशोर ने बताया कि वह काफी समय से मृतका से बातचीत करता रहता था और उसके साथ संबंध बनाना चाहता था।
बुधवार दोपहर किशोरी को घर में अकेली देखकर ही वह वहां गया और उसने शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास किया, जिसका किशोरी ने विरोध किया और घर जाकर उसके परिवार वालों से शिकायत करने की धमकी देने लगी।
उसने किशोरी को समझाया लेकिन वह नहीं मानी। गुस्से में उसने कमरे में रखा छोटा गैस सिलिंडर उठाकर किशोरी के सिर पर मार दिया और वह बेहोश होकर घर में गिर गई। इसके बाद पास में पड़ा फावड़ा उठाकर सिर और पैरों पर कई वार कर हत्या कर दी, जिसका खून उसके कपड़ों पर गिर गया।
बाद में शव को ठिकाने लगाने के लिए एक फुट गहरा गड्ढा खोदकर दबाने लगा, लेकिन तभी किशोरी की मां के आने की आवाज आ गई। इस पर शव के ऊपर डाली गई थोड़ी मिट्टी को छोड़कर भाग निकला।
बेटी घर संभालती तो मां मजदूरी पर चली जाती
मृतका की मां ने बताया कि उसके परिवार में दो बेटी और तीन छोटे बेटे हैं और आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। उसके पति ने बड़ी बेटी की शादी कर दी थी। चार माह पहले पति की मौत होने के बाद बच्चों का पालन पोषण की जिम्मेदारी उसके कंधों पर आ गई। इसलिए उसकी बेटी घर संभालने लगी और वह मजदूरी पर चली जाती थी।
डिप्रेशन में अपराधी बन रहे नाबालिग
जिले में हाल ही में कई घटनाएं ऐसी हो चुकी हैं, जिनमें नाबालिगों ने हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम दिया और अपराधी बन गए। कुछ दिन पहले टांडा गांव में एक किशोरी ने मदरसे में ही पिटाई होने पर गुस्से में मुफ्ती के 11 माह के बेटे को बेड में बंद कर मार डाला।
बिनौली में किशोर ने अपनी छोटी बहन की हत्या कर शव खाली प्लॉट में फेंक दिया था। इस तरह बुधवार को भी नाबालिग ने हत्या कर दी। इस मामले में मनोचिकित्सक डॉ. अजय कुमार का कहना है कि अभिभावकों के ध्यान नहीं देने के कारण बच्चे डिप्रेशन के कारण चिड़चिड़े हो रहे हैं, जो छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा हो जाते हैं।
ऐसे में कई बार घटनाएं भी कर देते हैं इसलिए बच्चों के साथ बातचीत करें और उनकी गतिविधियों पर नजर जरूर रखें। अगर उनका व्यवहार गुस्से वाला लगे तो उनकी मनोचिकित्सक से काउंसिलिंग कराएं।