मुंबई: महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों में सबसे ज्यादा अहम मुंबई के दंगल को माना जा रहा है। ऐसे में जब सुप्रीम कोर्ट ने लोकल बॉडी चुनावों को कराने के लिए 21 जनवरी, 2026 की डेडलाइन तय कर दी है तब मुंबई बीजेपी अध्यक्ष अमित साटम का एक ऐसा बयान सामने आया है। जिस पर राजनीतिक गरमा सकती है। साटम ने चेताया है कि किसी खान को मेयर न बनने दें। अमित साटम में बीजेपी की विजय संकल्प रैली में यह विवास्पद टिप्पणी की। इस रैली में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री पीयूष गाेयल भी मौजूद थे। बीजेपी के नवनियुक्त मुंबई अध्यक्ष ने मुस्लिम समुदाय का हवाला देते हुए कहा कि आगामी नगर निगम चुनाव शहर की सुरक्षा के लिए हैं। किसी खान को मुंबई का मेयर नहीं बनना चाहिए, जिससे विवाद खड़ा हो गया है। अमित साटम अंधेरी वेस्ट से विधायक भी हैं।
साटम ने दूसरे देशों का दिया हवाला
साटम को हाल ही में पार्टी ने आशीष शेलार की जगह पर मुंबई बीजेपी की कमान सौंपी है। साटम एक जमाने में बीजेपी के दिग्गज नेता रहे गोपीनाथ मुंडे के पीए यानी निजी सहायक थे। साटम बीएमसी के पार्षद भी रह चुके हैं। साटम ने जब बीजेपी की विजय संकल्प रैली में यह टिप्पणी की तो कार्यक्रम में तमाम बीजेपी के नेता मौजूद थे। साटम ने चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि यह लड़ाई मुंबई को सुरक्षित रखने की है। अंतरराष्ट्रीय देशों में घुसपैठ हो रही है और उनके रंग बदल रहे हैं। कुछ शहरों के मेयरों के उपनाम देखिए। क्या हम मुंबई में भी यही पैटर्न चाहते हैं? साटम की टिप्पणी को लंदन के मेयर सादिक खान की ओर इशारा कर रही है, जिनकी जड़ें पाकिस्तान में हैं।
उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना
साटम ने कहा कि यह पैटर्न वर्सोवा-मालवणी शैली हर जगह फैल सकती है। मुंबईकरों के दरवाजे पर एक बांग्लादेशी होगा। कल हर वार्ड में एक हारून खान चुना जा सकता है, और कोई खान मुंबई का मेयर बन सकता है। ऐसा न होने दें। हारून खान उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना यूबीटी के विधायक हैं। वह मुंबई की वर्सोवा सीट से जीते हैं। वह लंबे समय से उद्धव ठाकरे के साथ हैं। मुंबई के वर्सोवा और मालवणी में मुस्लिम आबादी अच्छी-खासी है। साटम के बयान के वोटों के धुव्रीकरण करने से जोड़कर देखा जा रहा है। साटम ने कहा कि यह जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं की है कि महायुति का एक मेयर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) का कार्यभार संभाले। बीएमसी में मेयर पद लंबे वक्त से उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना के पास रहा है। मुंबई की आखिरी मेयर किशोरी पेडनेकर थीं। अब तक मुंबई को कुल 76 मेयर मिले हैं।