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    लाल किले से पीएम मोदी का पाकिस्तान को सख्त संदेश, तिरंगा फहराकर दिखाई ताकत

    भारत को आजाद हुए 79 साल हो गए हैं। 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासन से देश को आजादी मिली थी। पीएम मोदी ने लाल किले पर तिरंगा फहरा दिया है। उन्होंने लगातार 12वीं बार तिरंगा फहराया है। वह अब देश को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान प्रकाश स्तंभ बनकर मार्ग दिखाता रहा है।

     
     

    ऑपरेशन सिंदूर का किया जिक्र

     
     

    पीएम मोदी ने लाल की प्राचीर से ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और आतंकवाद के पनाहगारों को अलग-अलग करके नहीं देखेंगे। भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमेल नहीं सहेगा। उन्होंने कहा कि अगर आगे भी दुश्मनों ने अपनी हरकत जारी रखा, तो सेना अपनी शर्तों पर उसका जवाब देगी। हमने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए न्यू नॉर्मल स्थापित किया।

     

    खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे

     

    पीएम मोदी ने कहा कि अब खून और पानी साथ-साथ नहीं बहेंगे। सिंधु जल समझौता में भारत के साथ अन्याय हुआ। अब भारत अपने किसानों के हितों के साथ समझौता नहीं करेगा।

     
     

    एक राष्ट्र के लिए आत्मसम्मान की सबसे बड़ी कसौटी आत्मनिर्भरता

     
     

    उन्होंने कहा कि हमारे देश के किसानों ने देश के अन्न के भंडार भर दिया। एक राष्ट्र के लिए आत्मसम्मान की सबसे बड़ी कसौटी आत्मनिर्भरता है। उन्होंने कहा कि हमें आत्मनिर्भर होना है। पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर होने के लिए प्रति पल जागरुक रहना होता है। उन्होंने कहा आत्मनिर्भर होने के लिए आयात और निर्यात तक सीमित नहीं है। आत्मनिर्भरता का नाताम हमारे सामर्थ्य से जुड़ी है। जब आत्मनिर्भरता कम होने लगती है तो देश पर संकट आने लगता है।

     
     

    उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में आत्मनिर्भरता की झलक दिखाई दी है। हम आत्मनिर्भरत थे, इसलिए मेड इन इंडिया निर्मित हथियारों से दुश्मन को धूल चटा दी। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना अपना पराक्रम करती रही है। उन्होंने कहा कि बीते 10 साल से रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ती जा रही है।

     
     

    टेक्नोलॉजी पर दिया जोर

     
     

    50-60 साल पहले भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण के विचार शुरू हुए थे, फाइलें भी बनीं, लेकिन वे अटक गईं, लटक गईं। सेमीकंडक्टर के विचार की ही भ्रूण हत्या हो गई। इस दौरान कई देश सेमीकंडक्टर में महारत हासिल कर वैश्विक ताकत बन गए। उन्होंने बताया कि अब भारत मिशन मोड में इस दिशा में आगे बढ़ रहा है। छह सेमीकंडक्टर यूनिट्स की नींव रखी जा चुकी है। इस साल के अंत तक 'मेड इन इंडिया' चिप्स यानी भारत में बनी हुई, भारत के लोगों द्वारा बनी हुई चिप्स बाजार में आ जाएंगी।

     
     

    ऊर्जा में आत्मनिर्भरता का लक्ष्य

     
     

    पीएम मोदी ने कहा कि भारत को अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए अभी भी कई देशों पर निर्भर रहना पड़ता है, जिसके लिए पेट्रोल, डीजल और गैस पर लाखों-करोड़ों रुपए खर्च होते हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम ऊर्जा में आत्मनिर्भर होते, तो ये धन देश के युवाओं और गरीबी दूर करने में लगाया जा सकता था।

     
     

    उन्होंने बताया कि पिछले 11 वर्षों में सौर ऊर्जा उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है, नए बांधों के जरिए हाइड्रो पावर का विस्तार हो रहा है और मिशन ग्रीन हाइड्रोजन के तहत हजारों करोड़ रुपए का निवेश हो रहा है। इसके साथ ही, 10 नए परमाणु रिएक्टर कार्यरत हैं और 2047 तक परमाणु ऊर्जा क्षमता को 10 गुना से अधिक बढ़ाने का लक्ष्य है। इसके लिए प्राइवेट सेक्टर के लिए भी परमाणु ऊर्जा के द्वार खोल दिए गए हैं।

     
     

    प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि हमने यह तय किया कि हम 2030 तक हम क्लीन एनर्जी लाएंगे। हम अपने संकल्प को 50 प्रतिशत पूरा कर चुके हैं। बजट का एक बड़ा हिस्सा पेट्रोल, गैस लाने में खर्च होता है। अगर हम ऊर्जा में निर्भर न होते तो वो धन देश के युवाओं, गरीबी दूर करने के लिए काम आता। अब हम आत्मनिर्भर बनने की दिशा में बढ़ रहे हैं। हम अब समुद्र मंथन की ओर जा रहे हैं। हम समुद्र के भीतर तेल और गैस भंडार खोजने की दिशा में काम कर रहे हैं। भारत नया मिशन शुरू करने जा रहा है।

     

     

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