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    महागठबंधन में सीट बंटवारे में दरार! कई सीटों पर राजद और VIP आमने-सामने, वामदल ने भी कांग्रेस को दी टेंशन

    पटना।  बिहार के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की समस्याएं खत्म होती नहीं दिख रही हैं। महागठबंधन में अभी तक सीटों का बंटवारा तो नहीं हो सका, लेकिन एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतार रहे हैं. ऐसे में पार्टियों के कार्यकर्ता भी दुविधा में फंस गए हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं को समझ में नहीं आ रहा है कि समर्थन और प्रचार किसके लिए करना है।

    कांग्रेस और आरजेडी के प्रत्याशी एक-दूसरे के खिलाफ उतरे

    महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर दरार साफ दिखने लगी है. वैशाली और लालगंज में दोनों ही सीटों पर राजद और कांग्रेस ने एक-दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं। जहां वैशाली से कांग्रेस प्रत्याशी संजीव कुमार पहले ही नामांकन भर चुके थे, वहीं आज यानी 17 अक्टूबर को आरजेडी के प्रत्याशी अजय कुशवाहा ने भी नामांकन भर दिया। महागठबंधन के दो दलों के प्रत्याशियों के नामांकन भरने से कार्यकर्ता भी परेशान हो गए हैं. उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि चुनाव में प्रचार किसके लिए करना है.वहीं लालगंज सीट पर भी इसी तरह की स्थिति बन गई है। यहां आरजेडी ने बाहुबली नेता मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने आदित्य कुमार राजा को टिकट दिया है।

    गौरबौराम सीट पर RJD vs VIP

    दरभंगा जिले की गौरबौराम सीट पर आरजेडी और वीआपी पार्टी के उम्मीदवार आमने-सामने आ गए हैं। यहां आरजेडी ने अफजल अली खान को टिकट दिया है, वहीं वीआईपी पार्टी की तरफ से संतोष साहनी मैदान में हैं। इसी तरह रोसरा सीट पर कांग्रेस को टक्कर देने के लिए सीपीआई का उम्मीदवार मैदान में है. सीपीआई की तरफ से जहां लक्ष्मण पासवान उम्मीदवार हैं, तो वहीं कांग्रेस ने वीके रवि को चुनावी मैदान में उतारा है।

    महागठबंधन को हो सकता है नुकसान

    जहां एक ओर एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर ऐलान हो चुका है, वहीं दूसरी ओर महागठबंधन में तो एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारे जा रहे हैं. ऐसे में जानकारों का कहना है कि महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर अब तक सहमति नहीं बन सकी है। इसके कारण आपसी तकरार बाहर आ चुकी है। पार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतार रही हैं. जिसका महागठबंधन को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

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