दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम की मेहनत आंखिरकर रंग लायी और 12 सेमीफाइनल हारने के बाद उसे आईसीसी खिताब जीतने में सफलता मिल ही गयी। दक्षिण अफ्रीकी टीम ने आईपीसी विश्वटेस्ट चैम्पियनशिप (डब्लयूटीसी) में ऑस्ट्रेलिया को हराकर खिताब अपने नाम किया है। इस जीत में कप्तान टेम्बा बावुमा, बैटर ऐडन मार्करम और पेसर कगिसो रबाडा ने अहम भूमिका निभाई। अफ्रीकी टीम को करीब तीन दशक के बाद आईसीसी खिताब जीता है। इससे पहले उनने 1988 में चैम्पियंस ट्रॉफी जीती थी। साल 1991 में 22 साल प्रतिबंध के बाद विश्व क्रिकेट में वापसी करने वाली दक्षिण अफ्रीका इससे पहले तीनों प्रारुपों के अलग-अलग विश्व कप में एक फाइनल और सात सेमीफाइनल हारी थी। साल 1970 तक अफ्रीकी क्रिकेट टीम में सिर्फ श्वेत खिलाड़ियों को मौका मिलता था। दक्षिण अफ्रीका उन टीमों के खिलाफ कोई मैच नहीं खेलता था जिनमें एक भी अश्वेत खिलाड़ी हो। इसलिए वह भारत, वेस्टइंडीज, पाकिस्तान जैसी टीमों से नहीं खेलता था। दक्षिण अफ्रीका की रंगभेद नीति का भारत और वेस्टइंडीज ने कड़ा विरोध किया और अफ्रीका पर 22 साल का प्रतिंध लग गया था। यह बैन 1991 में तय समय से करीब एक साल पहले हटा। इसके बाद अफ्रीकी टीम सबसे पहले भारत दौरे पर पहुंची थी।
1992 में अफ्रीकी टीम ने पहली बार किसी आईसीसी टूर्नामेंट में हिस्सा लिया। तब ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की मेजबानी में हुए एकदिवसीय विश्वकप में दक्षिण अफ्रीकी टीम सेमीफाइनल तक पहुंची थी। आईसीस टूर्नामेंट में अच्छी शुरुआत के बाद 1996 से 2015 तक टीम 6 में 5 बार नॉकआउट राउंड में पहुंची पर उसे यहां हार झेलनी पड़ी। टीम कभी क्वार्टर फाइनल तो कभी सेमीफाइनल हारकर बाहर हो गई। 2003 और 2019 में टीम नॉकआउट राउंड में भी नहीं पहुंच पायी।2023 में टीम ने फिर वापसी की पर वह सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गयी। इसके अलावा वह 2 बार न्यूजीलैंड और एक-एक बार वेस्टइंडीज और इंग्लैंड से भी नॉकआउट हारी। टीम ने एकमात्र नॉकआउट मैच 2015 में जीता, तब साउथ अफ्रीका ने क्वार्टर फाइनल में श्रीलंका को हराया था।
सबसे ज्यादा ट्रॉफी हैं ऑस्ट्रेलिया के पास
अब तक सबसे अधिक आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को भी चार बार फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। ऑस्ट्रेलियाई टीम आईपीसी टूर्नामेंट में खेलते समय बेहद जुनूनी और आक्रामक हो जाती है जो उसकी सफलता का राज माना जाता है। इसी कारण उसे अन्य टीमों से काफी अधिक सफलता मिली है। ऑस्ट्रेलिया के पास आईसीसी की सबसे ज्यादा ट्रॉफी हैं क्योंकि उसने सबसे अधिक फाइनल खेले हैं हालांकि इसके बाद भी उसे इस बार आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) 2025 के फाइनल में कमजोर समझी जाने वाली दक्षिण अफ्रीका से हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले तीन बार और ऑस्ट्रेलिया की टीम आईसीसी इवेंट के फाइनल में हारी झेलनी पड़ी है।
ऑस्ट्रेलिया की टीम सबसे पहली बार आईसीसी टूर्नामेंट के पहले फाइनल में 1975 में वेस्टइंडीज से हारी थी। ये अंतरराष्ट्रीय क्रिेकेट का पहला एकदिवसीय विश्वकप था। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया एकमात्र टीम है, जिसने इन 50 सालों में सबसे ज्यादा फाइनल खेले हैं और उसे कुछ में ही हार का सामना करना पड़ा है। सबसे ज्यादा फाइनल जीते हैं, लेकिन सबसे कम फाइनल हारे हैं।
साल 1975 के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी बार आईसीसी एकदिवसीय विश्वकप फाइनल 1996 में श्रीलंका से हारी थी। ये दूसरा अवसर था, जब ऑस्ट्रेलिया को किसी मेगा इवेंट के खिताबी मैच में करारी हार मिली थी। इसके बाद 2010 तक कंगारु टीम कोई भी फाइनल नहीं हारी। इस दौरान कई आईसीसी इवेंट वह जीती।
साल 2010 में तीसरी बार आईसीसी इवेंट के फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम हारी। ये टी20 विश्वकप फाइनल इंग्लैंड के खिलाफ हुआ था। इस प्रकार उसे तीसरी बार फाइनल में हार मिली। है, जो डब्ल्यूटीसी 2025 का फाइनल था। ऑस्ट्रेलिया ने अब तक कुल 10 आईसीसी इवेंट जीते हैं, जबकि भारतीय टीम ने 7 ट्रॉफी जीती हैं। ऑस्ट्रेलिया ने 6 एकदिवसीय विश्वकप, दो चैंपियंस ट्रॉफी और एक-एक टी20 विश्व कप और टेस्ट चैंपियनशिप जीती हैं।