अलवर. अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघों की बढ़ती संख्या ने पर्यटकों के लिए एक विशेष आकर्षण पैदा किया है। सरिस्का बाघ परियोजना में अब 43 बाघ हैं, और बाघों की बढ़ती संख्या के साथ, पर्यटकों को इन अद्भुत जीवों की साइटिंग का अधिक मौका मिल रहा है। गुरुवार को दिल्ली, गुरुग्राम, हरियाणा और पंजाब से आए पर्यटकों को एक अद्भुत दृश्य देखने को मिला, जब उन्होंने एक साथ दो बाघों को देखा। सुबह की सफारी के दौरान, सरिस्का के काला कुआं स्थित पानी के होद में बाघिन एसटी—9 और सरिस्का के युवराज कहे जाने वाले बाघ एसटी—21 को भीषण गर्मी में डुबकी लगाते देखा गया। दोनों बाघ और बाघिन करीब एक घंटे तक पानी में ही रहे, जिससे उन्हें गर्मी से राहत मिली। इसके बाद बाघिन एसटी—9 पानी से बाहर निकलकर जंगल की ओर चली गई, और बाघ एसटी—21 भी उसके पीछे-पीछे चल पड़ा। यह दृश्य पर्यटकों के लिए बेहद रोमांचक और सुखद था, और उन्होंने इस खूबसूरत नजारे को अपने मोबाइल में कैद कर लिया। सरिस्का में एक साथ दो बाघों की साइटिंग बहुत ही दुर्लभ घटना है, और इस प्रकार के अनुभव पर्यटकों के लिए यादगार बन जाते हैं। इस तरह की घटनाएं न केवल पर्यटकों को लुभाती हैं, बल्कि वन्यजीव संरक्षण के प्रयासों को भी दर्शाती हैं।
सरिस्का में चार महीने में मिले 13 नए शावक
टाइगर रिजर्व सरिस्का में बाघिनों के साथ नए शावक दिखने की क्रम पिछले चार महीनों से जारी है। पिछले चार महीनों में सरिस्का में 13 नए शावक मिले हैं और अब वहां बाघों की संख्या बढ़कर 43 तक पहुंच गई है। इनमें भी करीब 10 शावक पिछले दो सप्ताह में दिखाई दिए हैं। बाघों के बढ़ते कुनबे से सरिस्का में खुशहाली आई है।
पर्यटन सीजन खत्म होने से पहले सरिस्का के बाघ लुभा रहे
नेचर गाइड लोकेश खंडेलवाल ने बताया कि सरिस्का में पर्यटक सीजन आगामी 30 जून को खत्म हो रहा है। इसके बाद तीन महीने पार्क बंद रहेगा और एक अक्टूबर से सरिस्का में सफारी सभी रूटों पर शुरू हो सकेगी। मानसून के दौरान तीन महीने सरिस्का पार्क में पाण्डुपोल रूट और अलवर बफर जोन में ही पर्यटकों को सफारी की अनुमति रहेगी। मानसून के दौरान पार्क बंद होने से पूर्व इन दिनों सरिस्का में बाघ पर्यटकों को खूब लुभा रहे हैं।