सनातन धर्म में नवरात्रि में माता की सवारी और उनके आगमन का विशेष महत्व होता है। इस बार नवरात्रि में माता रानी हाथी पर सवार होकर आएंगी। यदि नवरात्रि रविवार और सोमवार को शुरू होती है, तो ऐसी स्थिति में माता की सवारी गज होती है, जिसे बेहद शुभ माना जाता है। इसका मानव जीवन पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
दूसरी तरफ, माता दुर्गा का प्रस्थान भी देवी पुराण के अनुसार गुरुवार के दिन होगा। इस दिन भक्तों के कंधों पर सवार होकर मां दुर्गा का प्रस्थान माना जाता है, जिसे बेहद उत्तम माना जाता है। यह संकेत जीवन में सुख और सौभाग्य में वृद्धि करने वाला है। मां दुर्गा की विशेष कृपा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं भी पूरी होंगी और सुख-शांति बनी रहेगी।
नवरात्रि के नौ दिनों तक माता रानी की विधि-विधानपूर्वक पूजा और आराधना की जाती है। ऐसा करने से सभी प्रकार के दुख और संकट दूर होते हैं. देवी की प्रसन्नता के लिए कई तरह के उपाय भी किए जाते हैं। इस बार के नवरात्रि 10 दिनों तक है।
इस बार नवरात्रि में माता रानी हाथी पर सवार होकर आ रहीं
