अलवर/ सरिस्का टाइगर रिजर्व में घूमने के लिए पर्यटकों को अब अधिक शुल्क चुकाना पड़ेगा। राज्य सरकार ने हाल ही में बाघ अभयारण्यों में प्रवेश की दरों को बढ़ा दिया है, जो 15 जून से लागू हो चुकी हैं। इस बढ़ोतरी के कारण पर्यटकों को जिप्सी और गाइड की भी बढ़ी हुई दरों का भुगतान करना होगा। राजस्थान सरकार ने सरिस्का सहित प्रदेश के अन्य टाइगर रिजर्व में प्रवेश शुल्क में 10 प्रतिशत की वृदिध की है। सरिस्का में साल भर देसी विदेशी पर्यटक घूमने के लिए आते हैं और बाघों की अच्छी साइटिंग होने के कारण यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है।
सरिस्का में अब 43 बाघ
सरिस्का में अभी बाघों का कुनबा 43 है। राज्य सरकार ने अब सरिस्का के कोर क्षेत्र में पर्यटकों को घूमने के लिए जिप्सी व गाइड फीस 140 रुपए के बजाय 154 रुपए प्रति पर्यटक देनी होगी। इसी तरह से कैंटर के लिए गाइड की फीस 50 रुपए से पढ़कर 55 रुपए कर दी गई है। कैंटर का किराया 440 रुपए से बढ़ा कर 484 रुपए और जिप्सी किराया 535 रुपए से बढ़ा कर 589 रुपए कर दिया गया है। सरिस्का के अलावा अलवर बफर जोन में भी पर्यटकों के प्रवेश शुल्क, जिप्सी व गाइड की रेट बढ़ाई गई है। बाला किला वन क्षेत्र में जिप्सी के लिए अब गाइड फीस 300 की जगह 330 रुपए और वाहन किराया 1300 रुपए से बढ़कर 1430 रुपए किया गया है।
बढ़ी दरें 31 मार्च 2026 तक रहेगी प्रभावी
सरिस्का के एसीएफ संतोष शर्मा बताया कि 15 जून 2024 से बढ़ी हुई दर को लागू कर दिया गया है। यह दरें 31 मार्च 2026 तक प्रभावी रहेगी। 2 साल तक अब दरों में कोई बदलाव नहीं होगा। सरिस्का प्रशासन ने बफर जोन में सिलीसेढ़-बाला किला- सुगनहोदी की टूरिस्ट सफारी के लिए भी दर बढ़ाई गई है। इसमें भारतीय नागरिकों को 20 के स्थान पर 22 रुपए तथा विदेशी सैलानियों को 200 के स्थान पर 220 रुपए और वाहन शुल्क 100 रुपए के जगह पर 110 रुपए देने होंगे। इस हिसाब से अब सरिस्का में सफारी के लिए जिप्सी बुक करते समय 7620 शुल्क देना होगा। जिप्सी में 6 लोग बैठकर घूमने जा सकते हैं। जबकि कैंटर में 20 सीटर के 17,100 रुपए देने होंगे।