मुंबई : कांग्रेस ने सोमवार को महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता (एलओपी) पद के लिए दावा पेश किया। अचानक हुए इस ऐलान ने सबको हैरान कर दिया। इस घोषणा से पहले कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार, पूर्व मंत्री बालासाहेब थोराट और विधायक दल के उपनेता अमीन पटेल का एक प्रतिनिधिमंडल शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिला। यह मुलाकात उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री में हुई। यहां पर आने वाले महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनावों, विधानसभा और विधान परिषद में रिक्त विपक्ष के पदों के अलावा भविष्य के राजनीतिक कदमों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। थोराट ने कहा कि हमने आगामी स्थानीय निकाय चुनावों पर विस्तार से चर्चा की। हमने विधान परिषद और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति पर भी चर्चा की। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद वडेट्टीवार के कार्यकाल की समाप्ति और नवंबर 2024 में विधानसभा चुनाव होने के बाद से खाली है।

कांग्रेस ने पहले ही किया था दावा
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष का पद अगस्त में उद्धव ठाकरे की शिवसेना के अंबादास दानवे का कार्यकाल समाप्त होने के बाद खाली हो गया था। शिवसेना यूबीटी ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए पहले ही दावा कर दिया था, जबकि कांग्रेस विधान परिषद में इसी तरह के पद की उम्मीद कर रही है। शिवसेना यूबीटी के 20 विधायक हैं, जो विपक्षी दलों में सबसे अधिक हैं।
शरद पवार से भी करेंगे चर्चा
वडेट्टीवार ने कहा कि हमने ठाकरे से इस बारे में चर्चा की है कि स्थानीय चुनाव कैसे लड़ा जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता जल्द ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार से भी मुलाकात करेंगे। जब उनसे पूछा गया कि अगर शिवसेना (उबाठा) राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के साथ गठबंधन करती है, तो कांग्रेस का क्या रुख होगा, तो इस पर वडेट्टीवार ने कहा कि इस पर चर्चा हुई है। हम इस बारे में अपने शीर्ष नेतृत्व से भी चर्चा करेंगे और बाद में इस पर टिप्पणी करेंगे। वडेट्टीवार ने कहा कि यह सच है कि अब परिषद में कांग्रेस के विधायकों की संख्या ज़्यादा है। हालांकि, यह ज़रूरी है कि विपक्ष के नेता के मुद्दे पर पहले गठबंधन के भीतर चर्चा हो और इसलिए हमने उद्धव ठाकरे के साथ बैठक की। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल अपने अन्य सहयोगी दल, एनसीपी-एसपी के प्रमुख शरद पवार से भी मुलाकात करेगा।
सतेज पटेल के नाम पर चर्चा
ठाकरे से मुलाकात के बाद, कांग्रेस नेताओं ने विधान परिषद में विपक्ष के नेता की नियुक्ति पर चर्चा करने के लिए विधान परिषद के सभापति राम शिंदे से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस वरिष्ठ विधायक सतेज पाटिल के नाम पर ज़ोर दे सकती है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और शिवसेना-यूबीटी नेता अंबादास दानवे के पिछले महीने अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद से यह पद रिक्त पड़ा है।
देवेंद्र फडणवीस से भी करेंगे मुलाकात
वडेट्टीवार ने कहा कि बात सिर्फ़ विधान परिषद के पद की नहीं है, बल्कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद भी रिक्त है। इसे भरा जाना है और हम विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी मिलेंगे। सूत्रों के अनुसार, विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में शिवसेना-यूबीटी ने विधानसभा में विपक्ष के नेता पद के लिए पूर्व मंत्री भास्कर जाधव का नाम दिया है, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने अभी तक स्वीकार नहीं किया है।
अदला-बदली पर बनी बात?
कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि पहले जिन समाधानों पर चर्चा हुई थी, उनमें से एक पदों की अदला-बदली का था, जिसमें शिवसेना-यूबीटी को राज्यसभा में विपक्ष का नेता पद दिया जाए, जबकि कांग्रेस को विधानसभा में विपक्ष का नेता पद दिया जाए। लेकिन यह आगे नहीं बढ़ पाया। सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सतेज पाटिल राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता पद की दौड़ में सबसे आगे हैं।


