जयपुर। किसान महापंचायत की ओर से 7 और 8 जून को जयपुर स्थित किसान भवन में दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में प्रदेशभर के जिला अध्यक्ष, तहसील स्तर के पदाधिकारी, वरिष्ठ प्रतिनिधि एवं किसान नेताओं ने भाग लिया।
कार्यशाला का उद्देश्य किसानों से जुड़े ज्वलंत मुद्दों पर संवाद करना और आगामी रणनीति तय करना रहा। इस अवसर पर पूर्व कुलपति प्रो. बी.एल. वर्मा, प्रो. नीलिमा यादव, प्रो. वी.के. यादव और प्रो. गोपाल मोदानी ने कृषि, नीति और सामाजिक सरोकारों पर अपने विचार प्रखरता और स्पष्टता के साथ प्रस्तुत किए।
‘अन्नदाता हुंकार रैली’ का ऐलान
कार्यशाला में सर्वसम्मति से 6 अक्टूबर 2025, सोमवार को जयपुर में ‘अन्नदाता हुंकार रैली’ आयोजित करने का निर्णय लिया गया। रैली के माध्यम से किसानों की प्रमुख समस्याओं को उठाया जाएगा और उनके समाधान के लिए जनचेतना अभियान चलाया जाएगा। प्रमुख मांगें निम्नलिखित रहीं:
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के लिए गारंटी कानून लागू किया जाए।
पीएम-आशा योजना में सुधार करते हुए मूंग, चना एवं तिलहन की 100% खरीद सुनिश्चित की जाए,
तीन दिन में भुगतान,
गुणवत्ता व तुलाई में पारदर्शिता,
भ्रष्टाचारमुक्त खरीद प्रणाली लागू की जाए।
भू-रूपांतरण की अनिवार्यता समाप्त हो और किसानों को अपनी भूमि पर उद्योग लगाने हेतु पूर्ण स्वामित्व मिले।
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) में डूंगरी बांध जैसे कार्य शीघ्र आरंभ कर प्राथमिकता के आधार पर पूरे किए जाएं।
विस्थापित किसानों को समयबद्ध न्यायोचित मुआवज़ा और पुनर्वास सुनिश्चित हो।
प्रधानमंत्री फसल बीमा और आपदा राहत योजनाओं में व्याप्त समस्याओं का निवारण किया जाए।
पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं की घोषणा
कार्यशाला में किसानों के साथ पूर्णकालिक रूप से कार्य करने वाले प्रमुख नेताओं की सूची भी जारी की गई:
मुसद्दीलाल यादव (बानसूर) – प्रदेश अध्यक्ष
गोपीराम ढवास (शाहपुरा) – प्रदेश उपाध्यक्ष
बत्तीलाल बैरवा (करौली) – प्रदेश मंत्री
रामेश्वर प्रसाद चौधरी (टोंक) – युवा प्रदेशाध्यक्ष
संदीप यादव (बानसूर) – युवा प्रदेश मंत्री
बाबूलाल (कोटपूतली-बहरोड़) – जिलाध्यक्ष
दशरथ सिंह चौहान (निवाई) – तहसील अध्यक्ष
सीताराम खादवाल (टोंक) – जिला उपाध्यक्ष
जालूराम डोडवाडिया (सांभर) – तहसील अध्यक्ष
राजवीर जाखड़ (नीम का थाना) – युवा जिलाध्यक्ष
कपूर चंद कानूनको (मालाखेड़ा)
अंशकालिक कार्यकर्ताओं की सेवा अवधि
नाम | पद | कुल दिवस |
---|---|---|
महेश जाखड़ | प्रदेश मंत्री | 55 दिवस |
मनजिंदर सिंह अटवाल | प्रदेश मंत्री | 30 दिवस |
प्रहलाद जाट | जिलाध्यक्ष, अजमेर | 91 दिवस |
गोपीलाल जाट | जिलाध्यक्ष, टोंक | 55 दिवस |
नरेन्द्र चौहान | जिलाध्यक्ष, बारां | 18 दिवस |
राधेश्याम गोहरपुरा | कार्यकर्ता | 36 दिवस |
बद्री पटेल | कार्यकर्ता | 36 दिवस |
कुल सेवा दिवस: 321 दिवस |
ग्राम स्तरीय संगठन विस्तार की रूपरेखा
राजस्थान के 41 जिलों, 365 पंचायत समितियों और 11,194 ग्राम पंचायतों में से चयनित जिलों की तहसीलों में ग्राम स्तर पर कार्यकारिणी के गठन का संकल्प लिया गया है। जिन जिलों में 100% ग्राम इकाइयों के गठन का लक्ष्य है, वे हैं:
अलवर जिला (खैरथल-तिजारा क्षेत्र)
तिजारा, खैरथल, किशनगढ़बास, कोटकासिम, हरसौली, टपूकड़ा, मुण्डावर
टोंक जिला
निवाई, पीपलू
अजमेर जिला
अराई, नसीराबाद
अलवर जिला
मालाखेड़ा, रेणी
सीकर जिला
पाटन, नीम का थाना
जयपुर जिला
फुलेरा
बारां जिला
किशनगंज
किसान महापंचायत का यह प्रयास न केवल संगठनात्मक सुदृढ़ता को दर्शाता है, बल्कि आने वाले समय में किसानों के हक की लड़ाई को और मजबूती से आगे बढ़ाने की मंशा को भी स्पष्ट करता है।