खैरथल। जिले में 19वें सांख्यिकी दिवस के अवसर पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें सांख्यिकी विज्ञान के जनक प्रशांत चंद्र महालनोबिस के योगदान को स्मरण करते हुए सांख्यिकी क्षेत्र की विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिरिक्त जिला कलेक्टर शिवपाल जाट ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने सांख्यिकी की उपयोगिता को रेखांकित करते हुए कहा कि नीतियों के निर्माण और योजनाओं की सफलता में सटीक आंकड़े महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कार्यशाला के पहले सत्र में ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी किशनगढ़बास ने प्रसिद्ध सांख्यिकीविद् प्रशांत चंद्र महालनोबिस के जीवन और उनके वैज्ञानिक योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस तरह महालनोबिस ने भारत में आधुनिक सांख्यिकी पद्धतियों की नींव रखी।
नोडल अधिकारी संदीप यादव और ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी तिजारा ने विभागीय कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने विभिन्न सांख्यिकीय सर्वेक्षणों, डाटा संकलन प्रक्रियाओं और योजनाओं में सांख्यिकी की भूमिका को रेखांकित किया।
विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत जानकारियाँ:
मनजीत यादव, ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी, मुंडावर ने जन्म-मृत्यु पंजीकरण प्रणाली की अहमियत को समझाया और कहा कि इससे जनसंख्या नीति और स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन में मदद मिलती है।
संगणक अशोक कुमार यादव ने नेशनल सैंपल सर्वे (NSS) की प्रक्रिया, उद्देश्य और इसके उपयोग के बारे में जानकारी दी।
धर्मेंद्र बूरडक ने सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को प्राप्त करने में सांख्यिकी विभाग की भूमिका पर जोर देते हुए बताया कि ठोस आंकड़ों के बिना किसी भी विकास लक्ष्य को मापना असंभव है।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर शिवपाल जाट द्वारा विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस दौरान सुषमा प्रजापति, सांख्यिकी निरीक्षक ने मंच संचालन करते हुए पूरे कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न करवाया।
इस आयोजन में जिले भर से आए सांख्यिकी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया और सांख्यिकी दिवस को ज्ञानवर्धक एवं प्रेरणादायी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।