अलवर में कांग्रेस का ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ अभियान, कार्यकर्ताओं ने जमकर की नारेबाजी
अलवर। अलवर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से शुक्रवार को आयोजित ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ हस्ताक्षर अभियान ने स्थानीय राजनीति को गर्मा दिया। इस अभियान में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह तथा राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने शिरकत की। दोनों नेताओं ने भाजपा सरकार पर तीखे हमले करते हुए कहा कि जनता से वोट देने का अधिकार छीनना लोकतंत्र की हत्या है और इसका परिणाम भाजपा को भुगतना पड़ेगा।
वोट चोरी का मुद्दा पूरे देश में गूंज रहा – जितेन्द्र सिंह
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार द्वारा जनता से छीना गया वोट का अधिकार उसे भारी पड़ेगा। लोकतंत्र में जनता को वोट का अधिकार सबसे बड़ा हथियार है, लेकिन भाजपा इस हथियार को कमजोर करने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार इस मुद्दे को उठा रहे हैं और जनता में जागरूकता फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह आंदोलन और बड़ा रूप लेगा और कांग्रेस कार्यकर्ता गांव-गांव तक जाकर जनता को बताएंगे कि भाजपा किस तरह लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है।
जूली बोले – भाजपा सरकार का भी अंत निश्चित
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिस तरह दशहरा पर रावण और दशानंद का अंत होता है, उसी तरह भाजपा सरकार का भी अंत निकट है। जनता अब और धोखा नहीं खाएगी।उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस अभियान के तहत हस्ताक्षर एकत्र कर राष्ट्रपति को भेजेगी ताकि जनता की आवाज सर्वोच्च स्तर तक पहुंचे। जूली ने केंद्र सरकार पर जातिगत राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल का हालिया बयान निंदनीय है और यह भाजपा की मानसिकता को दर्शाता है। जूली ने राजस्थान की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठाए और कहा कि राज्य में पुलिस विपक्षी कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी कर रही है, वाहनों को तोड़ा जा रहा है और कार्यकर्ताओं को तीन-तीन दिन तक लॉकअप में रखा जा रहा है। यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है।
मालवीय नगर में गूंजे नारे
अलवर के मालवीय नगर में आयोजित इस अभियान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ‘वोट चोर, गद्दी छोड़ो’ के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। कार्यकर्ताओं ने साफ कहा कि भाजपा का अहंकार और जनता के वोट का अपमान अब देश बर्दाश्त नहीं करेगा। कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा ने कहा कि यह अभियान केवल अलवर ही नहीं, बल्कि पूरे देश में चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य जनता को बताना है कि भाजपा लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास कर रही है।
पृष्ठभूमि और राजनीतिक महत्व
गौरतलब है कि बीते कुछ समय से कांग्रेस लगातार भाजपा पर चुनावी धांधली और वोट चोरी का आरोप लगा रही है। राहुल गांधी ने देशभर में कई रैलियों और सभाओं में यह मुद्दा उठाया है। राजस्थान में भी कांग्रेस ने इसे बड़ा मुद्दा बनाने का फैसला किया है, खासकर तब जबकि राज्य में भाजपा की सरकार है और विपक्ष लगातार कानून-व्यवस्था तथा लोकतांत्रिक संस्थाओं पर सवाल उठा रहा है। अलवर जिले को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है और जितेन्द्र सिंह का यहां खासा प्रभाव है। ऐसे में इस अभियान का अलवर से शुरू होना राजनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मानना है कि अलवर से उठी यह आवाज राजस्थान और देशभर में गूंजेगी।
कांग्रेस की रणनीति
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कांग्रेस इस मुद्दे को 2029 के लोकसभा चुनावों तक जीवित रखना चाहती है। ‘वोट चोरी’ का आरोप जनता के बीच भावनात्मक मुद्दा बन सकता है, क्योंकि यह सीधे उनके मौलिक अधिकार से जुड़ा है। कांग्रेस इसे जनता के विश्वास से जोड़कर भाजपा को घेरने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस नेताओं ने संकेत दिए हैं कि आने वाले महीनों में इस अभियान को हर जिले और ब्लॉक स्तर तक ले जाया जाएगा। हस्ताक्षरों को एकत्रित कर राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा ताकि यह दिखाया जा सके कि जनता भाजपा की नीतियों से असंतुष्ट है।
भाजपा पर दबाव
इस अभियान से भाजपा पर दबाव बढ़ना तय है। भाजपा लगातार विपक्ष के आरोपों को खारिज करती रही है, लेकिन बार-बार इस मुद्दे के उठने से सरकार की छवि पर असर पड़ सकता है। खासकर ग्रामीण और शहरी गरीब तबका, जो लोकतंत्र में वोट को अपनी सबसे बड़ी ताकत मानता है, उसके बीच यह मुद्दा असर छोड़ सकता है।