अलवर. अलवर शहर में पेयजल समस्या के चलते आए दिन लोग जलदाय विभाग के अफसरों के पास फरियाद लेकर पहुंचते हैं लेकिन पानी की समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है।
शहर मे पानी की किल्लत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लोगों को घरों में 2 मिनट भी पानी नहीं मिल पा रहा है। पार्षदों का आरोप है कि जलदाय विभाग की ओर से दिए जा रहे टैंकर वार्ड में नहीं पहुंचकर कहां डाले जा रहे हैं, इसका किसी को भी पता नहीं है। शहर के वार्ड नं 36 के पार्षद व करीब 50 महिलाएं मंगलवार सुबह बैंक कॉलोनी के पंप हाउस पहुंची और पानी की समस्या को लेकर विरोध जताया। महिलाओं ने कहा कि जल्द पानी का समाधान नहीं हुआ तो रोड जाम किया जाएगा।
बैंक कॉलोनी के पंप हाउस पहुंचे पार्षद रविंद्र जैन ने कहा कि पानी की किल्लत तो पूरे शहर में है, लेकिन हमारे वार्ड में पानी की सप्लाई जलदाय विभाग के कर्मचारियों की मनमर्जी पर निर्भर है। विभाग के अफसरों को इस बारे में कई बार अवगत भी कराया गया है, लेकिन अभी तक इसका कोई हल नहीं निकला। विभाग के एईएन, जेइएएन फोन नहीं उठाते। वार्ड के आधे घरों में पानी की इतनी किल्लत है कि एक बूंद भी पानी नहीं आ रहा। उन्होंने बताया कि जलदाय विभाग के कर्मचारियों का पानी का वितरण सिस्टम ठीक नहीं है और वे मनमर्जी से पानी का वितरण करते हैं। जलदाय विभाग की ओर से अवगत कराया गया कि वार्ड 36 में तीन टैंकर प्रतिदिन आते हैं, लेकिन हकीकत यह ह कि अब तक मुश्किल से 3 से 4 टैंकर आए हैं। रोजाना आने वाले तीन टैंकर को पार्षद व किसी वार्डवासी ने नहीं देखा। पार्षद रविंद्र जैन ने बताया कि सोमवार को भी वे अधीक्षण अभियंता ललित करोल से मिले और इस संबंध में उनसे वार्ता की। उन्होंने जल्दी इस समस्या के निस्तारण की बात कही।
वार्ड 36 की निवासी सुनीता ने कहा कि हमारे घर में 2 महीने से बिल्कुल भी पानी नहीं आ रहा है, न बोरिंग का पानी आता है न सप्लाई का, वार्डवासी टैंकर डलवाते हैं, जिसमें एक टैंकर में 500 रुपए खर्च होते हैं। जल्द ही अधिकारियों द्वारा हमारी बात नहीं सुनी गई तो विरोध प्रदर्शन के बाद रोड जाम किया जाएगा