यूपी की तर्ज पर अलवर में पहली बार हिस्ट्रीशीटर के घरों को बुलडोजर से ढहाया, फिरोज खान समेत 10 मकानों पर चला पीला पंजा

हिस्टीशीटर फिरोज ने रामनगर निवासी चक्षु गर्ग को 20 मई को रंगदारी के लिए धमकी दी थी

अलवर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की तर्ज पर अलवर के मन्नाका गांव में पहली बार हिस्ट्रीशीटर के घर बुलडोजर की कार्रवाई की गई। हिस्टीशीटर फिरोज खान समेत आसपास के 10 घरों को पुलिस व प्रशासन की मौजूदगी में बुलडोजर से ढहाया गया। सरकारी जमीन पर ​अतिक्रमण कर बनाई गई चारदीवारी व मकानों को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। इस दौरान मौके पर 7 थानों के 100 से अधिक पुलिसकर्मी मौजूद रहे। पुलिस पर हमले के मामले में हिस्ट्रीशीटर फिरोज खान सहित 35 जनों को नामजद किया गया था। इस मामले में पुलिस हिस्ट्रीशीटर के पिता और बहन समेत 9 आरोपियों को पहले ही ​गिरफ्तार कर चुकी है। फिरोज ने रामनगर निवासी चक्षु गर्ग को 20 मई को रंगदारी के लिए धमकी दी थी। इस मामले में 22 जून को वैशालीनगर थाना पुलिस उसे गिरफ्तार करने मन्नाका गई। इस दौरान हिस्ट्रीशीटर, उसके परिजन व अन्य ग्रामीणों पर पुलिस दल पर जानलेवा हमला कर दिया और आरोपी को छुड़ाकर भगा दिया। पथराव में पुलिस गाडियों के शीशे टूट गए।

पुलिस हमले पर के बाद हिस्ट्रीशीटर व उसके पड़ोसी मकान की यूआईटी व तहसील की टीम से पैमाइश कराई गई थी। मकान की बाउंड्रीवाल के 10 से 15 फीट अंदर तक अतिक्रमण पाया गया। जमीन सरकारी मानते हुए निशान लगाए गए थे। आरोपियों को अतिक्रमण हटाने के लिए 72 घंटे का समय भी दिया। सरकारी समय अवधि पूरी होने के बाद गुरुवार सुबह 11 बजे पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भारी लवाजमे के साथ मन्नाका गांव पहुंचे। इस दौरान 7 थानों का पुलिस जाप्ता तैनात कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 12 थाना प्रभारियों को तैनात किया गया। कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय डॉ तेजपाल सिंह, एसडीएम प्रतीक जुईकर, तहसीलदार अन्नू कुमारी, यूआईटी के टीआरओ अनिल शर्मा, अधिशाषी अभियंता कुमार संभव अवस्थी, सहायक अभियंता बहादुर सिंह, कनिष्ठ अभियंता दौलत सिंह, पटवारी अमित सहित अनेक अधिकारी मौके पर मौजद रहे।

ट्रैक्टर ट्रालियां से हटाया ध्वस्त किए अतिक्रमण का मलवा:

मकानों को ध्वस्त करने के लिए प्रशासन के ​अधिकारी 4 जेसीबी व ट्रैक्टर ट्रोलियों को लेकर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मकानों को पहले ही खाली करा लिया था। इसके बाद जेसीबी की जरिए बाउंड्री व मकानों का गिराने की कार्रवाई शुरू की। एक—एक करके मकान व बाउंड्री को ढहाने का काम शुरू किया गया। मकानों पर चल रहे जेसीबी कार्रवाई को देखने के लिए बडी संख्या में लोग मौजूद रहे। तमाशबीनों को दूर रखने के लिए पुलिस की गाडियां लगातार गश्त करती रही। अतिक्रमण हटाने के लगे कार्मिकों व मीडिया के अलावा अन्य लोगों को दूर रखा गया।

पुलिस पर हमले की घटना में 35 किए थे नामजद

घटना में फिरोज समेत 35 जनों को नामजद किया है। पुलिस ने फिरोज के पिता खुर्शीद खां (45) बहन फाईजा (22) के अलावा मुबीन (46), साकिर (28), समीर (28), आसिफ (21), अजरुद्दीन उर्फ अजरू (22), अजरू उर्फ अज्जू (25) और सईयां उर्फ सहीमान (45) निवासी कमल खां का बास मन्नाका को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।

अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन ने पूर्व में दिए थे नोटिस

अतिक्रमण हटाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से नोटिस दिए गए थे। उन्हें तीन दिन का समय दिया था कि वे स्वयं अपना अतिक्रमण हटा लें। उन्होंने अतिक्रमण नहीं हटाया। इसके बाद दूसरी बार उन्हें अतिक्रमण हटाने के लिए सूचित किया। लोगों ने मकानों से सामान तो निकाल लिया लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया। प्रशासन आज अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की है।
— प्रतीक जुईकर

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here