जयपुर। राजस्थान पुलिस ने 14 महीने पहले के अपहरण मामले को सुलझा तो लिया, लेकिन अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटा दो साल का बालक अब अपने परिजनों के पास जाने को राजी नहीं हो रहा। पुलिस कार्रवाई के बाद जब बालक को उसकी माता के सुपुर्द किया गया तो बालक रोने लगा और अपहरणकर्ता के पास जाने की जिद करने लगा।
हैरान करने वाली एक बात यह भी है कि आरोपी तनुज चाहर कोई और नहीं बल्कि बच्चे पृथ्वी की मां का ममेरा भाई ही है। आरोपी उत्तरप्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात था। लंबे समय से लापता होने के कारण उसे निलंबित कर दिया गया था। बच्चे का अपहरण करने के बाद आरोपी तनुज चाहर उसे लेकर वृंदावन चला गया और वहां साधु का भेष रखकर रहने लगा। उसने अपनी दाढ़ी-मूंछ और बाल बढ़ा लिए और साधु का रूप धारण कर बच्चे के साथ कुटिया में रह रहा था। वह रोज परिक्रमा करने भी जाता था। लेकिन, लंबे प्रयास के बाद जयपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।