नई दिल्ली। बांग्लादेश में आरक्षण की हिंसा में शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ गया। आखिर शेख हसीना के तख्तापलट की साजिश किसने रची। वह शक्स कौन था जिसका साथ मिलता तो शायद शेख हसीना की कुर्सी बरकरार रह जाती। बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन में सैकड़ों लोगों ने जान गंवानी पड़ी। वहीं कई लोग जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं। शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद बांग्लादेश में हिन्दु मंदिरों और हिन्दु समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है।
शेख हसीना को हिंडन एयरवेस पर सुरक्षित रखा
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा देकर सुरक्षित भारत पहुंच गई। उन्हें उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरवेस पर सुरक्षित रखा गया है। उनकी सुरक्षा गरुड कमांडो को सौपी गई है। सूत्रों का मानना है कि बांग्लादेश के आर्मी चीफ वाकर-उज-जमान ने शेख हसीना के खिलाफ साजिश रचने वालों का साथ दिया। यदि आर्मी चीफ का साथ मिलता तो संभवत: शेख हसीना के खिलाफ रची गई साजिश नाकाम हो जाती। प्रदर्शनकारियों को रोका जा सकता था। वहीं आरक्षण को लेकर पुनर्विचार किया जा सकता था।
बांग्लादेश की स्थिति हुई गंभीर
बांग्लादेश का माहौल इन दिनों बेहद गंभीर हो चुका है। शेख हसीना के हिंसाग्रस्त बांग्लादेश छोड़कर भागने से एक दिन पहले ही बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकार-उज-जमान ने बैठक की थी। इसमें अधिकारियों को शेख हसीना द्वारा लगाए गए कर्फ्यू को लागू कराने के लिए विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोली नहीं चलाने का आदेश दिया।
आर्मी चीफ ने कहा लॉकडाउन को नहीं कर पाएंगे लागू
आर्मी चीफ जमान ने शेख हसीना को बताया कि उनके सैनिक लॉकडाउन को लागू नहीं कर पाएंगे, जिसकी उन्होंने मांग की थी। रविवार को हुई झड़पों के बाद देशव्यापी कर्फ्यू लगाया गया था, जिसमें कम से कम 91 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे। सेना प्रमुख ने अभी तक हसीना से समर्थन वापस लेने के अपने फैसले पर सार्वजनिक रूप से कोई सफाई नहीं दी है। सेना प्रमुख ने शेख हसीना का साथ क्यों नहीं दिया, अब तक यह साफ नहीं हो पाया है।
फ़ौज के अंदर बहुत बेचैनी थी
आर्मी चीफ वकार-उज-जमान के शेख हसीना का साथ नहीं देने को लेकर रिटायर्ड ब्रिगेडियर जनरल एम सखावत हुसैन ने कहा कि फ़ौज के अंदर बेचैनी थी। हो सकता है कि इसी वजह से आर्मी चीफ पर दबाव बनाया गया होगा। उधर, सेना ने नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त कर दिया है।