अलवर. बैडमिंटन के कोच एवं अंतरराष्टीय खिलाड़ी रहे गोपीचंद ने कहा कि आने वाले समय में खेलों में पूरी तरह साक्षर होना जरूरी है। वर्तमान समय में सभी लोग साक्षरता की बात करते हैं, लेकिन आगामी समय में 100 प्रतिशत स्पोटर्स लिटरेसी महत्वपूर्ण होगी। बैंडमिंटन कोच गोपीचंद सोमवार को अलवर के एलआईआईटी कॉलेज में अलवर सांसद खेल उत्सव के तहत आयोजित समर कैंप के उदघाटन अवसर पर पत्रकारों से बात कर रहे थे।

खेल स्थानीय परिस्थितियों व आबादी के अनुसार ही
बैडमिंटन कोच गोपीचंद ने कहा कि सभी लोग स्पोटर्स लेते हैं, लेकिन स्पोटर्स हमेशा लोकल पोपुलेशन के हिसाब से होता है। हमारे पुराने खेल कबडडी, एथलेटिक्स, लांग जम्प, योगा, खो— खो, मलखंभ, कुश्ती, हॉकी, बास्केटबाल, बालीबॉल, रेसलिंग आदि परिस्थितियों के हिसाब से ही चलते आ रहे हैं। इस कारण है कि यहां खेलों का आयोजन हमारे देश की परिस्थितियों के हिसाब होता है। हमारे यहां का मौसम गर्म होता है, जगह कम होती है। इस कारण हमारे खेल कम समय में खत्म होने वाले होते हैं। इससे ज्यादा लोग खेल सकते हैं और लकड़ी, बॉल व हाथों से खेलने वाले रहते हैं। जबकि विदेशों में गोल्फ, क्रिकेट, घुड़सवारी आदि खेल खेले जाते हैं, वहां काफी बड़ी जगह रहती है।
समर कैंप में आएंगे देश के नामी राजनीतिज्ञ व खिलाड़ी
अलवर सांसद एवं केन्द्रीय वन पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने इस अवसर पर कहा कि अलवर सांसद खेल उत्सव के तहत एक जून से 10 जून तक लड़कों के कैंप का आयोजन किया जाएगा, वहीं 11 जून से लड़कियों के समर कैंप का आयोजन किया जाएगा। लड़कियों के समर कैंप का उदघाटन पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी करेंगी। वहीं समर कैंप में प्रदेश के मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, पूर्व युवा एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर समेत अनेक नामी राजननीतिज्ञ व खिलाड़ी उत्साहवर्धन करने आएंगे। उन्होंने कहा कि अलवर में इंटरनेशनल मैराथन का आयोजन करने जा रहे हैं, इसमें जिस दिन इंटरनेशनल एथलीट आएंगे, उस दिन अलवर शहर को सबसे स्वच्छ शहर भी बनाएंगे। केन्द्रीय मंत्री यादव ने कहा कि गोपीचंद ने खेलों में एक स्टैंडर्ड तय किया है। जैसा गोपीचंद ने कहा कि खेलों में मोटिवेशन होना चाहिए, पिफजियो थैरेपिस्ट की जानकारी होनी चाहिए, साइक्लोजिकली स्टोंग होना चाहिए, टीम स्पीट होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अलवर के बेस्ट खिलाड़ियों की तलाश के लिए अलवर खेल उत्सव के 700 बच्चों में भी जो टॉप के होंगे, उन्हें अगले चरण में दिल्ली में प्रशिक्षण दिलाने लेकर जाएंगे।