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    संत भवन नहीं, मोक्ष महल का निर्माण किया है – उपाध्याय विज्ञानन्द महाराज

    जैनाचार्य वसुनन्दी महाराज के शिष्य उपाध्याय विज्ञानन्द महाराज के सानिध्य में हुआ कार्यक्रम

    मिशनसच न्यूज, अलवर। अपना घर शालीमार सोसायटी स्थित श्री दिगम्बर जैन वासुपूज्य मंदिर परिसर में नवनिर्मित संत भवन का उद्घाटन मंगलवार को दिगम्बर जैनाचार्य वसुनन्दी महाराज के शिष्य उपाध्याय विज्ञानन्द महाराज ससंघ के सानिध्य में सम्पन्न हुआ।

    इस अवसर पर मंदिर कमेटी के मंत्री मुकेश कुमार जैन ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत सुबह श्रीजी के अभिषेक, शांतिधारा और नित्य नियम पूजन से हुई। इसके बाद अशोक जैन अगोनिज द्वारा ध्वजारोहण किया गया।

    उद्घाटन अवसर पर उपाध्याय विज्ञानन्द महाराज ने कहा कि वास्तव में यह संत भवन नहीं बल्कि मोक्ष महल है। उन्होंने मंदिर कमेटी को साधुवाद देते हुए कहा कि संत भवन के निर्माण से समाज में धार्मिक भावना प्रगाढ़ होती है और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है। यहां आने वाले जैन संतों को विहार के दौरान साधना और निवास का उपयुक्त स्थान मिलेगा।

    महाराजश्री ने प्रवचन में कहा कि मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु उसका स्वयं का पाप है। पुण्य के उदय में किसी सहारे की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन पाप कर्म के उदय पर शेर को भी चूहे की आवश्यकता पड़ जाती है।

    मंत्री ने बताया कि संत भवन का उद्घाटन आदिश्वर जैन, प्रवीण जैन, चन्द्रप्रकाश जैन और नवीन जैन तिजारा वाले परिवार द्वारा किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

    उन्होंने बताया कि 3 अक्टूबर को अपना घर शालीमार जैन मंदिर में दिगम्बर जैनाचार्य वसुनन्दी महाराज का अवतरण दिवस मनाया जाएगा। इस अवसर पर सुबह गुरु पूजा और शाम 6:30 बजे महाआरती, गुरु आरती एवं भक्ति कार्यक्रम आयोजित होंगे।

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